बर्ड फ्लू इंसानों के लिए कितना खतरनाक है?
अमेरिका में दूध देने वाली गायों और अन्य पशुओं में इन्फ्लूएंजा एच5एन1 बर्ड फ्लू जैसे संक्रमण मिल रहे हैं। यूएसडीए के अनुसार, डेयरी फार्म में काम करने वाले कुछ वर्कर्स में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है।
अमेरिका में दूध देने वाली गायों और अन्य पशुओं में इन्फ्लूएंजा एच5एन1 बर्ड फ्लू जैसे संक्रमण मिल रहे हैं। यूएसडीए के अनुसार, डेयरी फार्म में काम करने वाले कुछ वर्कर्स में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। पहला मामला 1 अप्रैल, 2024 को संयुक्त राज्य अमेरिका में दर्ज किया गया था। वैश्विक स्तर पर बर्ड फ्लू वायरस की रिपोर्ट्स के अनुसार, यह वायरस गाय से इंसान में प्रसारित हो सकता है। रिपोर्ट में बताया गया कि अमेरिका में तीन व्यक्तियों के मामले सीधे गाय से संक्रमित हुए थे। भारत में हाल ही में एक 4 साल के बच्चे में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है।
डेनमार्क और कनाडा में ब्लड फ्लू वायरस के मामले मिल गए हैं, जो एक गंभीर चिंता का विषय है। इस वायरस के लिए अब लाखों की संख्या में जानवरों में संक्रमण देखने को मिल रहा है, जो पहले पक्षियों में ही दिखाई देता था। यह स्थिति फिलहाल जारी है और बर्ड फ्लू का खतरा गंभीर रूप से बढ़ता जा रहा है।
बर्ड फ्लू से इंसान की पहली मौत का मामला सामने आया है। ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन’ ने इसे लेकर दुनिया को अलर्ट जारी करने की जरूरत बताई है। पश्चिम बंगाल में एक 4 साल के बच्चे में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है, जोकि भारत की बड़ी जनसंख्या के लिए एक चिंता का विषय है। भारत में इस वायरस के अब तक 2 मामले सामने आए हैं, एक 2019 में और दूसरा इस साल 2024 में। दुनियाभर में बर्ड फ्लू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
एचएन1 वायरस से संक्रमित होने पर इंसान में आमतौर पर 2-8 लक्षण दिखाई देते हैं। बहुत से लोग बर्ड फ्लू के लक्षणों को सीजनल फ्लू समझकर उन्हें इग्नोर कर देते हैं।
बर्ड फ्लू के लक्षणों में शामिल हैं:
- खांसी और गले में खराश
- तेज बुखार
- सर्दी-जुकाम और नाक बहना
- हड्डियों और जोड़ों में तेज दर्द
- ठंड लगना और थकान
- सिर और छाती में तेज दर्द
- भूख कम लगना आदि
अगर आपको तेज बुखार के साथ खांसी और शरीर में तेज दर्द महसूस होता है, तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए क्योंकि ये बर्ड फ्लू के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।
जब आप संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आते हैं, तो बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ जाता है। संक्रमित पोल्ट्री फॉर्म में काम करने से भी इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। संक्रमित पक्षी के मल, नाक, मंह और आंखों से निकले लिक्विड से भी यह इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। अगर आपने संक्रमित पक्षी के अंडे या उसका मांस खाया है, तो उससे भी यह बीमारी हो सकती है।