किस तरह कम सोने से वैक्सीन लेने के बाद भी ठीक से नहीं बनती एंटीबॉडी?

इन दिनों इम्युनिटी बनाए रखने पर खूब जोर (how to boost immunity) दिया जा रहा है ताकि शरीर किसी भी तरह के संक्रमण से लड़ सके. लोग इसके लिए नई डायट आजमा रहे हैं तो दुनियाभर की दवाएं तक खा रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि नींद का इम्यून सिस्टम (immune system linked with sleep) से सीधा संबंध है? अगर शरीर पूरी नींद न ले तो इससे न केवल बीमारी से लड़ने की क्षमता कमजोर होती है, बल्कि कोरोना से बचाव के लिए आप जो वैक्सीन लगाते हैं, वो भी कम असरदार हो जाती है.

गहरी नींद से सेहत का संबंध
नींद को अक्सर नजरअंदाज किया जाता है, जबकि वैज्ञानिकों की मानें तो इसका सेहत से ठीक वैसा ही ताल्लुक है, जैसे अच्छे खाने का. बीबीसी साइंस फोकस नाम की मैग्जीन में इसका जिक्र है. इसमें यूनिवर्सिटी ऑफ कैलीफोर्निया में न्यूरोसाइंस के प्रोफेसर डॉ मैथ्यू वॉकर बताते हैं कि हमारे शरीर और मस्तिष्क का ऐसा कोई हिस्सा नहीं है, जो नींद से जुड़ा न हो. अच्छी नींद से पूरा का पूरा स्वास्थ्य बेहतर होता है, वहीं कम नींद का सीधा असर हमारे सोचने-समझने की क्षमता से लेकर बाहरी सेहत पर भी दिखता है.

कोरोना महामारी के दौरान पाया गया कि लोगों की नींद पर बुरा असर हो रहा है. बिग थिंक में एक रिपोर्ट में उस स्टडी का हवाला दिया गया, जो नींद और सेहत से जुड़ी थी. यूके में हुई स्टडी में दिखा कि 35 से 44 की उम्र के लगभग 36% लोगों ने लॉकडाउन के दौरान नींद नहीं आने की शिकायत की.

नींद न लेने से क्या होता है?

इसकी अच्छी-खासी लिस्ट है, जो बताती है कि कैसे जरूरत से कम नींद लेना सेहत खराब करता है.

    • जैसे दिल के दौरों के 24% मामलों में दिखा कि पिछली रात को मरीज को ठीक से नींद नहीं मिल सकी थी.

 

    • केवल कुछ ही रातों की नींद खराब होने से पुरुषों में नपुंसकता के मामले बढ़ जाते हैं, ये मामले उतने तीव्र होते हैं, जितनी पुरुष की उम्र को 10 साल बढ़ जाने पर होती.

 

    • वैक्सीन लेने के बाद अगर आप ठीक से नहीं सोते, तो एंटीबॉडी का बनना लगभग 50% तक प्रभावित होता है.

 

    • नींद न लेने से बढ़ती उम्र में अल्जाइमर्स का भी डर होता है. बता दें कि दुनिया में 50 मिलियन से भी ज्यादा लोग इससे पीड़ित हैं और अनुमान है कि साल 2050 ये संख्या बढ़कर 152 मिलियन हो जाएगी.

कैसे नींद की कमी इम्युनिटी कमजोर करती है?
केरनेजी मेलॉन यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान विभाग में इसपर स्टडी हुई. इसमें पाया गया कि अगर आप पूरी नींद नहीं ले रहे, तो आप लगातार मौसमी सर्दी-बुखार की चपेट में आएंगे. ये कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता की ओर इशारा करता है.

किस तरह हुई स्टडी?

इसमें 153 स्वस्थ लोगों को लिया गया, जिनकी उम्र 21 से 55 साल के बीच थी. इनको क्वारंटीन करते हुए नाक में सर्दी का वायरस इंजेक्ट किया गया. इसमें दिखा कि जो लोग 7 घंटे से कम नींद लेते थे, वे वायरस से संक्रमित हुए, वहीं रोज 8 घंटे की नींद लेने वालों पर इसका कोई असर नहीं हुआ.

कैसे ली जाए पूरी नींद?
यहां पूरी नींद से मतलब एक रात में लगभग 8 घंटे की नींद है. ये लगभग सभी वयस्कों की जरूरत होती है लेकिन बीमारी जैसी अवस्था में नींद की जरूरत और बढ़ जाती है. रोज 8 घंटे की गहरी नींद पाने के कई तरीके हैं, जैसे रोज एक समय पर सोने जाना. रात के खाने और नींद के बीच 3 घंटे का अंतर. इसके अलावा हल्की एक्सरसाइज भी गहरी नींद में मदद करती है. कई लोग नींद के लिए संगीत भी सुनते हैं.

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