Kannauj में भीषण सड़क हादसा: वॉटर टैंकर और स्लीपर बस की टक्कर

Kannauj में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर एक भीषण सड़क दुर्घटना में 8 लोगों की मौत हो गई और 40 से अधिक लोग घायल हो गए।

Kannauj में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर एक भीषण सड़क दुर्घटना में 8 लोगों की मौत हो गई और 40 से अधिक लोग घायल हो गए। यह हादसा लखनऊ से दिल्ली जा रही स्लीपर बस और यूपीडा (यूपी एक्सप्रेसवेज़ इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी) के खड़े वॉटर टैंकर के बीच हुआ। दुर्घटना इतनी गंभीर थी कि दोनों वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त होकर पलट गए।


Kannauj दुर्घटना की पूरी घटना

यह हादसा Kannauj जिले के सकरावा थाना क्षेत्र में 141 किमी के मिश्राबाद गांव के पास हुआ। स्लीपर बस, जो लखनऊ से दिल्ली की ओर जा रही थी, एक्सप्रेसवे पर खड़े एक वॉटर टैंकर से टकरा गई।

  • टक्कर के कारण बस के अगले हिस्से को भारी नुकसान हुआ।
  • टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस पलट गई, और यात्री बस के अंदर फंस गए।
  • वॉटर टैंकर भी पलट गया और उसका पानी एक्सप्रेसवे पर फैल गया, जिससे अन्य वाहनों के लिए रास्ता बाधित हो गया।

8 लोगों की मौत, दर्जनों घायल

इस भयानक हादसे में 8 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, 40 से अधिक यात्री घायल हुए।

  • घायलों को तुरंत सैफई स्थित उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया।
  • मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सैफई भेजा गया।
  • कई घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

पुलिस और प्रशासन की तत्परता

दुर्घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और राहत बचाव दल मौके पर पहुंचा।

  • फंसे हुए यात्रियों को बाहर निकालने के लिए बस के हिस्से काटने पड़े।
  • दुर्घटना स्थल पर यातायात बाधित होने के कारण पुलिस ने वैकल्पिक मार्ग से ट्रैफिक को डायवर्ट किया।
  • मृतकों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है, और उनके परिजनों को सूचित किया गया है।

जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने की मदद

हादसे के दौरान उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, जो उसी मार्ग से गुजर रहे थे, तुरंत मौके पर रुक गए।

  • उन्होंने राहत कार्यों का जायजा लिया और प्रशासन को घायलों को तत्काल सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए।
  • मंत्री ने पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की।

एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा पर उठे सवाल

यह हादसा एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा और सतर्कता को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है।

  • वॉटर टैंकर के खड़े होने के बावजूद पर्याप्त चेतावनी संकेतक नहीं लगाए गए थे।
  • तेज रफ्तार और खराब रोशनी के कारण दुर्घटना की आशंका और बढ़ गई।
  • स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करना जरूरी है।

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Kannauj का यह हादसा एक बड़ी त्रासदी है, जिसमें कई परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया। प्रशासन और यूपीडा को इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की जरूरत है। घायलों के इलाज और मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता प्रदान करने की अपील की जा रही है।

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