क्या असुरक्षित ऐप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर रहे हैं राहुल गांधी? गृह मंत्रालय ने ऐप के खिलाफ जारी की एडवाइजरी
कोरोना वायरस जैसी घातक बीमारी के बीच देश के गृह मंत्रालय ने जूम एप के लिए एडवाइजरी जारी की है। देश में लॉक डाउन होने की वजह से लोग घर बैठे इंटरनेट पर बातें कर रहे हैं। लोग अपने दोस्तों से, अपने ऑफिस मेट से जूम ऐप के जरिए भी बातचीत कर रहे हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में बात करने के लिए लोग जूम ऐप का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। जिस पर गृह मंत्रालय ने कहा है कि यह ऐप सुरक्षित नहीं है। वही खास बात यह है कि आज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जो की थी वह इस ही ऐप के जरिए की थी। जिस पर अब गृह मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर कहा है कि यह ऐप सुरक्षित नहीं है। इस ऐप को यूज करने के लिए केंद्र सरकार ने कुछ तरीके भी बताए हैं।
गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया कि सरकार ने पहले भी 6 फरवरी, 30 मार्च को इसको लेकर जानकारी दी थी, ऐसे में लोग इसपर सतर्कता बरतें। सरकार ने कहा है कि लोग अगर इसका इस्तेमाल कर भी रहे हैं, तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें। लगातार पासवर्ड बदलते रहें, कॉन्फ्रेंस कॉल में किसी को अनुमति देते हुए सतर्कता बरतें
ज़ूम पर बात करने के लिए गृह मंत्रालय ने ये सुझाव दिए :
- हर मीटिंग के लिए नई यूजर आईडी, पासवर्ड का इस्तेमाल करें.
- वेटिंग रूम को एनेबल करें, ताकि कोई भी यूजर तभी कॉल में शामिल हो सके जब कॉन्फ्रेंस करने वाला अनुमति दे.
- ज्वाइन ऑप्शन को डिसऐबल कर दें.
- स्क्रीन शेयरिंग का ऑप्शन सिर्फ होस्ट के पास रखें.
- किसी व्यक्ति के लिए रिज्वाइन का ऑप्शन बंद रखें.
- फाइल ट्रांसफर के ऑप्शन का कम से कम इस्तेमाल करें.