आज का इतिहास:दुनिया को सिलाई मशीन देने वाले आइजैक सिंगर का जन्म;
10 साल तक थियेटर ग्रुप में एक्टिंग की, 11 दिन में बना दी नई सिलाई मशीन
आज सिलाई मशीन बनाने वाले अमेरिकी इन्वेंटर आइजैक मेरिट सिंगर का जन्मदिन है। 27 अक्टूबर 1811 को न्यूयॉर्क में जन्में सिंगर को 12 साल की उम्र में ही अपना घर छोड़ना पड़ा। सिंगर ने शुरुआत में मैकेनिक का काम किया, लेकिन उन्हें एक्टिंग का शौक था इसलिए एक थियेटर ग्रुप जॉइन कर लिया। 10 साल तक सिंगर इस थियेटर ग्रुप का हिस्सा रहे। ग्रुप के बंद होने के बाद सिंगर दोबारा मैकेनिक का काम करने लगे।
1839 में सिंगर ने चट्टान में छेद करने की एक मशीन बनाई। उनकी ये मशीन चल निकली और अगले एक दशक में लकड़ी और मेटल कटिंग के लिए अलग-अलग मशीन बनाई।
1851 में सिंगर के पास एक सिलाई मशीन सुधरने आई थी। इस मशीन को सुधारते हुए सिंगर ने मशीन की कमियों को देखा और तब उन्हें आइडिया आया कि इससे बेहतर सिलाई मशीन बनाई जा सकती है। सिंगर इस काम में लग गए और 11 दिन में ही उन्होंने आधुनिक सिलाई मशीन बनादी।
सिंगर की बनाई सिलाई मशीन कुछ इस तरह दिखती थी।
जून 1851 में उन्होंने एडवर्ड क्लार्क के साथ मिलकर I.M. सिंगर एंड कंपनी बनाई। न्यूयॉर्क में एक फैक्ट्री की स्थापना की, जिसमें सिलाई मशीन बनाई जाने लगी। इस सिलाई मशीन की कीमत 10 डॉलर होती थी और इसे हाथ से चलाया जाता था।
सिलाई मशीन के आविष्कार के पीछे एक और वजह बताई जाती है। कहा जाता है कि सिंगर को दूसरे दर्जी के सिले कपड़े पसंद नहीं आते थे, इस वजह से उन्होंने अपने कपड़े खुद सिलने का फैसला किया और उनके इस फैसले ने सिलाई मशीन का आविष्कार किया।1860 तक सिंगर की कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी सिलाई मशीन निर्माता कंपनी बन गई थी। सिंगर को सिलाई मशीन के लिए पेटेंट भी मिला।
2013: पटना में मोदी की रैली में हुए थे धमाके
भाजपा ने सितंबर 2013 में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था। इसके बाद पटना के गांधी मैदान में 27 अक्टूबर को हुंकार रैली की गई थी। इसमें बड़ी संख्या में लोग जुटे थे। इसी दौरान 7 धमाके हुए। 2 ब्लास्ट रेलवे स्टेशन पर हुए और 5 गांधी मैदान पर। इसमें 6 लोगों की मौत हुई और करीब 66 लोग घायल हुए।
रैली में धमाके के बाद उठा धुंआ।
2014 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर यह एक बड़ी रैली थी। बिहार में नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री थे और उन्होंने जून में NDA से बाहर होने का फैसला किया था। दरअसल, मोदी को BJP/NDA का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की सुगबुगाहट शुरू हो गई थी और इसी बात को लेकर नीतीश नाराज चल रहे थे। प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने के बाद मोदी की यह पटना में पहली रैली थी। इस वजह से इस पर पूरे देश की नजरें थीं।
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने इस बम ब्लास्ट के एक आरोपी को हैदराबाद से गिरफ्तार किया था। हैदराबाद से पकड़े गए इस आतंकी का नाम अजहरुद्दीन उर्फ केमिकल अली है। इंडियन मुजाहिदीन (IM) के इस आतंकी को हैदराबाद एयरपोर्ट से उस वक्त गिरफ्तार किया गया, जब वह विदेश जाने की कोशिश में था।
1999: आर्मेनिया की संसद में गोलीबारी
कुछ हथियारबंद हमलावरों ने 1999 में आर्मेनिया की संसद में सांसदों पर गोलीबारी शुरू कर दी थी। इस हमले में आर्मेनिया के प्रधानमंत्री वाजगेन सर्ग्सयान और स्पीकर कारेन देमिरच्यान मारे गए थे। बागी हमलावरों का दावा था कि उनके निशाने पर प्रधानमंत्री थे। आर्मेनियाई सैनिकों ने संसद भवन को चारों ओर से घेर लिया था, तब जाकर हमलावरों ने सरेंडर किया था।
गोलीबारी में मार गए 8 लोगों की याद में एक पोस्ट कार्ड जारी किया गया था।
27 अक्टूबर के दिन को इतिहास में किन-किन महत्वपूर्ण घटनाओं के लिए याद किया जाता है…
2004ः चीन ने विशालकाय क्रेन का निर्माण किया।
2003ः चीन में भूकंप से 50,000 से अधिक लोग प्रभावित। बगदाद में बम धमाकों से 40 की मौत।
1995ः यूक्रेन में कीव स्थित चेर्नोबिल परमाणु संयुत्र सुरक्षा खामियों के कारण पूरी तरह बंद किया गया।
1991: तुर्कमेनिस्तान की उच्च परिषद ने सोवियत संघ से इस देश की स्वतंत्रता को मंजूरी दी गई।
1982ः चीन ने अपनी जनसंख्या एक अरब से ज्यादा होने का ऐलान किया।
1924ः उज्बेक एसएसआर 1924 को सोवियत संघ में मिला।
1920: लीग ऑफ नेशन का मुख्यालय जिनेवा में स्थानांतरित किया गया।
1910: रूस और चीन के साथ कई वर्षों के युद्ध के बाद जापान को 1910 में इन दोनों देशों पर जीत मिली।
1905: नार्वे स्वीडन से अपना गठजोड़ समाप्त करके स्वतंत्र हो गया।
1904ः स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी जितेंद्र नाथ दास उर्फ जतिन दास का कलकत्ता में जन्म हुआ।
1795ः अमेरिका और स्पेन ने सैन लोरेंजो की संधि पर हस्ताक्षर किए।
1676: पोलैंड और तुर्की ने वारसा की संधि पर हस्ताक्षर किए।
1605: मुगल साम्राज्य के तीसरे शासक अकबर का फतेहपुर सीकरी में निधन हुआ।
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