आज का इतिहास:9 साल बाद पाकिस्तान लौटीं बेनजीर के कार काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ था,
वे बाल-बाल बची थीं
दुनिया की बड़ी और प्रतिभाशाली महिला नेताओं में से एक बेनजीर भुट्टो नौ साल का सेल्फ-एक्साइल काटने के बाद 2007 में पाकिस्तान लौटी थीं। कुछ ही घंटों बाद उनके कार काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ 139 लोगों की मौत हुई। इस हमले में बेनजीर बाल-बाल बच गईं। लेकिन,आतंकियों ने निशाने पर बनी रहीं। दो महीने बाद भी आतंकी अपने मंसूबों में कामयाब हो गए। जब 27 दिसंबर 2007 को एक और हमले में बेनजीर की हत्या हो गई।
बेनजीर भुट्टो ने मात्र 35 साल की उम्र में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली थीं। वे पाकिस्तान के साथ-साथ किसी भी इस्लामी देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं। उन्होंने प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की थी और वे ऑक्सफोर्ड यूनियन की अध्यक्ष भी रहीं।
तस्वीर हमले से पहले की है। कहा जाता है कि बेनजीर के स्वागत के लिए पूरा कराची शहर सड़कों पर उतर आया था।
कहा जाता है कि बेनजीर भुट्टो की 2 शख्सियत थीं। जब वे विदेशों में होती तो जींस शर्ट पहनतीं और वाइन भी पिया करती थीं। इसके उलट पाकिस्तान में सर पर दुपट्टा ओढ़े उनकी शख्सियत बिल्कुल बदल जाती थी।
साल 1977 में पाकिस्तान में सैनिक विद्रोह हुआ और बेनजीर के पिता जुल्फीकार अली भुट्टो को प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया। भुट्टो इसी साल अपनी पढ़ाई खत्म कर पाकिस्तान लौटीं लेकिन जिया उल हक ने उन्हें उनके घर में ही नजरबंद करवा दिया।
1979 में जुल्फीकार अली भुट्टो को हत्या के मामले में फांसी दे दी गई और बेनजीर के कंधों पर पार्टी के कामकाज संभालने का जिम्मा आ गया। इसी दौरान खुद की जान को खतरा देखते हुए बेनजीर पाकिस्तान छोड़ इंग्लैंड आ गईं और यहीं से पार्टी का कामकाज संभालने लगीं।
1986 में वे पाकिस्तान लौटीं और 1987 में आसिफ अली जरदारी से शादी की। अगले ही साल एक हादसे में जिया उल हक की मौत हो गई और पाकिस्तान में आम चुनावों का ऐलान हुआ। भुट्टो की पार्टी को बहुमत मिला और वे पाकिस्तान की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं।
हालांकि दो साल बाद वे प्रधानमंत्री पद से हटा दी गईं लेकिन 1993 में फिर से प्रधानमंत्री बनीं। बतौर प्रधानमंत्री उनके दोनों कार्यकाल बेहद उथल-पुथल भरे रहे। उनपर तरह-तरह के आरोप लगते रहे और कई मामलों में केस दर्ज भी किए गए।
इस दौरान बेनजीर विदेशों में निर्वासित जीवन जीने लगीं। 2007 में बेनजीर पाकिस्तान लौटीं और चुनाव प्रचार में हिस्सा लेने लगीं। 27 दिसंबर 2007 को रावलपिंडी के लियाकत अली मैदान में एक चुनावी रैली में उनपर हमला हुआ जिसमें बेनजीर समेत 28 लोग मारे गए।
1931: महान वैज्ञानिक ने ली आखिरी सांस
महान अमेरिकी वैज्ञानिक थॉमस एल्वा एडिसन का जन्म 11 फरवरी 1847 को हुआ था। उनके नाम 1,93 पेटेंट हैं जो बताते हैं कि वे कितने आविष्कारक थे। बचपन में गरीबी से गुजरने वाले महान वैज्ञानिक को बिजली के बल्ब की खोज के लिए जाना जाता है।
एडिसन बल्ब बनाने में 10 हजार बार से अधिक बार असफल हुए। इस पर उन्होंने यह भी कहा था कि मैं कभी नाकाम नहीं हुआ बल्कि मैंने 10,000 ऐसे रास्ते निकाले जो मेरे काम नहीं आए। एडीसन ने 10 साल की उम्र में ही प्रयोग करना शुरू कर दिया था।
अपने बनाए फोनोग्राफ के साथ थॉमस ए्ल्वा एडिसन।
प्रयोग करने के लिए पैसे की जरूरत पड़ती तो वे ट्रेन में अखबार और सब्जी भी बेच लेते थे। 1879 से 1900 तक एडिसन अपनी सारी प्रमुख खोजें कर चुके थे और एक अमीर व्यापारी भी बन चुके थे। पहला बल्ब बनाने में 40 हजार डॉलर की लागत आई थी। 40 इलेक्ट्रिक लाइट बल्ब जलते देखने के लिए तीन हजार लोगों का हुजूम जुटा था। थॉमस एडिसन का निधन 18 अक्टूबर 1931 हो गया था।
18 अक्टूबर के दिन को इतिहास में और किन-किन महत्वपूर्ण घटनाओं की वजह से याद किया जाता है…
2012ः सीरिया ने मारेत अल नुमान में सैन्य हवाई हमलों 40 लोग मारे गए।
2004ः कुख्यात चंदन तस्कर वीरप्पन मारा गया।
1998ः भारत और पाकिस्तान परमाणु हथियार के खतरे को रोकने पर सहमत हुए।
1995ः कोलंबिया के कार्टाजेना में गुट निरपेक्ष देशों का 11वां शिखर सम्मेलन प्रारम्भ।
1991ः दक्षिण पश्चिम एशिया और दक्षिणी पूर्वी यूरोप के मुहाने पर स्थित अजरबैजान ने तत्कालीन सोवियत रूस से स्वतंत्र होने की घोषणा की।
1985ः संपूर्ण विश्व में व्यापक विरोध के बावजूद दक्षिण अफ्रीकी सरकार द्वारा अश्वेत कवि बेंजामिन मोलोइस को फांसी।
1980ः पहली हिमालय कार रैली काे बम्बई (मुंबई) के ब्रेबोर्न स्टेडियम से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
1976ः विलियम एन लिप्सकोंब जूनियर को रसायन का नोबेल पुरस्कार दिया गया।
1972ः पहले मल्टी-पर्पज हेलीकॉप्टर एसए-315 का बेंगलुरु में हवाई परीक्षण।
1954ः टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स कंपनी ने पहले ट्रांजिस्टर रेडियो का निर्माण किया।
1944ः द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजी जर्मनी से चेकोस्लोवाकिया की स्वतंत्रता के लिये सोवियत संघ ने लड़ाई शुरू की।
1925ः प्रसिद्ध रंगमंच निदेशक और नेशनल स्कूल ‘फ ड्रामा के पूर्व निदेशक इब्राहिम अल्काज़ी का जन्म।
1922ः ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कंपनी की स्थापना हुई, जिसका नाम बाद में बदलकर ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन किया गया।
1900ः काउंट बर्नार्ड वॉन बुलो जर्मनी के चांसलर बने।
1898ः अमेरिका ने स्पेन से प्यूर्टो रिको का अपने कब्जे में लिया।
1892ः अमेरिका में शिकागो से न्यूयाॅर्क के बीच पहली लंबी दूरी की वाणिज्यिक फोन लाइन को शुरू किया गया।
1648ः उत्तर अमेरिकी उपनिवेशों में ‘बोस्टन शूमेकर्स’ पहला श्रम संगठन बना।
1572ः स्पेन की सेना ने मास्ट्रिच पर हमला कर दिया।
1564ः इंग्लैंड के नाैसैनिक कमांडर जॉन हाॅकिन्स ने दूसरी बार अमेरिका यात्रा शुरू की।
1386ः जर्मनी में हैडलबर्ग विश्वविद्यालय की स्थापना हुई।
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