हिंदू पुजारियों पर Corona पीड़ितों की अंत्येष्टि के लिए ज्यादा शुल्क वसूलने का आरोप
दक्षिण अफ्रीका में कुछ हिंदू पुजारियों (Hindu priests) पर कोविड-19 के कारण मरने वाले लोगों की अंत्येष्टि के लिए अधिक शुल्क वसूले जाने के आरोप लगाये गये हैं। डरबन में क्लेयर एस्टेट क्रिमेटोरियम में प्रबंधक प्रदीप रामलाल ने ऐसा करने वाले पुजारियों की निंदा की है। उन्होंने दावा किया है कि पुजारी अंतिम संस्कार के लिए 1,200 रेंड (79 डॉलर) और 2,000 रेंड (131 डॉलर) के बीच शुल्क वसूल कर रहे हैं।
दक्षिण अफ्रीका में हिंदू धर्म एसोसिएशन के सदस्य रामलाल ने कहा कि उन्हें ऐसे अनेक परिवारों से अंत्येष्टि के लिए पुजारियों द्वारा अधिक शुल्क वसूले जाने की शिकायतें मिली हैं जिनके किसी परिजन का कोविड-19 के चलते निधन हो गया। उन्होंने ‘वीकली पोस्ट’ समाचार पत्र में कहा, ‘‘यह सही नहीं है। हमारे शास्त्रों के अनुसार, यह समुदाय के लिए हमारी सेवा है। यदि कोई परिवार किसी पुजारी को दान देना चाहता है, तो यह ठीक है लेकिन पुजारियों को लोगों से शुल्क नहीं वसूलना चाहिए।’’
हाल के हफ्तों में, कोविड-19 के प्रकोप तथा वायरस के नए स्वरूप के कारण अंत्येष्टि स्थलों पर कर्मी दो पाली में काम कर रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका में भारतीय मूल के लोगों की आबादी करीब 14 लाख है। उन्होंने समुदाय से कहा कि वे आज की कठिन परिस्थितियों में इस तरह के शोषण से बचें और अंत्येष्टि स्वयं ही कर लें, इसके लिए वे पहले से रिकॉर्डेड वीडियो की मदद ले सकते हैं।
दक्षिण अफ्रीकी हिंदू महासभा के अध्यक्ष अश्विन त्रिकमजी ने कहा कि उनके पास सभा के फेसबुक पृष्ठ पर मान्यता प्राप्त पुजारियों की एक सूची है, जिनसे परिवार बिना किसी शुल्क के अंतिम संस्कार करने के लिए संपर्क कर सकते हैं। बीते दो महीनों में दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 के मामले तथा संक्रमण के कारण मौतों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है।