दिल्ली के तीस हजारी मामले की हाई कोर्ट के रिटायर जज करेंगे जांच पुलिस अधिकारियों का हुआ ट्रांसफर
दिल्ली के तीस हजारी अदालत परिसर में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प मामले में नया मोड़ आया है । दिल्ली हाई कोर्ट ने रविवार को सुनवाई के दौरान अपने एक सेवानिवृत्त जज से घटना की न्यायिक जांच कराने का आदेश दिया । बता दें कि सोमवार को ही परिसर में चल रहे वकीलों के प्रदर्शन में हिंसा ने भयानक रूप ले लिया ।
घटना को लेकर मीडिया में आई खबरों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल एवं जस्टिस सी. हरि शंकर की पीठ ने रविवार को उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) एसपी गर्ग को मामले की न्यायिक जांच करने का आदेश दिया । सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने पीठ को बताया कि घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया गया है ।
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार को पीठ की तरफ से निर्देश दिया गया है कि वे एडवोकेट विजय वर्मा को 50,000 रुपये, एडवोकेट रंजीत मलिक को 50,000 रुपये और एडवोकेट पंकज दुबे को 10,000 रुपये का मुआवजा दें । वहीं जांच पूरी होने तक दिल्ली पुलिस आयुक्त को विशेष आयुक्त संजय सिंह और अतिरिक्त डीसीपी हरिंदर सिंह का तबादला करने का आदेश दिया गया है । पीठ ने यह भी साफ किया कि किसी वकील के खिलाफ कोई बलप्रयोग नहीं किया जायेगा ।
बता दें कि मामला शनिवार दोपहर का है । तीस हजारी अदालत परिसर में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी जिसमें 20 पुलिसकर्मी तथा कई वकीलों के घायल होने की खबर आई थी । इसके साथ ही परिसर में 17 वाहनों के साथ तोड़फोड़ की गई थी । इसके खिलाफ रविवार से ही वकीलों का विरोध जारी था । सोमवार को इस विरोध ने हिंसात्मक रूप ले लिया । इस दौरान कई वीडियो वायरल हुए जिनमे के वकीलों को राहगीरों, पुलिसकर्मियो और अन्य लोगो के साथ मारपीट करते देखा गया ।