Hezbollah : “हिमंता बिस्वा सरमा: ‘भगवान इजरायल को शक्ति दे, नसरल्लाह खत्म हों'”

Hezbollah के खिलाफ इजरायल ने हाल ही में एक युद्ध छेड़ा है, जिसमें हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह को इजरायली सेना ने मार गिराया।

नई दिल्ली। Hezbollah चीफ की मौत पर असम CM का बयान

Hezbollah के खिलाफ इजरायल ने हाल ही में एक युद्ध छेड़ा है, जिसमें हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह को इजरायली सेना ने मार गिराया। इस घटनाक्रम की गूंज अब हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी सुनाई दे रही है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पलवल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए इस विषय पर अपने विचार साझा किए।

SFJ संगठन के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने दिल्ली हाईकोर्ट के एक जज को धमकी दी है। यह धमकी तब दी गई जब हाईकोर्ट ने इस संगठन पर प्रतिबंध की अवधि बढ़ाने का फैसला किया।

इजरायल के प्रति समर्थन

सीएम हिमंत ने अपने बयान में कहा, “भगवान इजरायल को शक्ति दे।” उन्होंने हिजबुल्लाह के प्रमुख नसरल्लाह की हत्या के संदर्भ में बताया कि इजरायल ने आतंकवाद के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस अवसर पर, उन्होंने विपक्ष, विशेषकर कांग्रेस, पर निशाना साधते हुए कहा कि जब भारतीय जवान सीमाओं पर शहीद होते हैं, तब विपक्ष रोता है, लेकिन जब हिजबुल्लाह के नेता मारे जाते हैं, तो वे इसके खिलाफ आवाज उठाते हैं।

विपक्ष की आलोचना

हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “आप जानते हैं कि इजरायल ने हिजबुल्लाह को मार गिराया, लेकिन आई.एन.डी.आई. गठबंधन कहता है कि इजरायल ने ऐसा क्यों किया। जब हमारे जवान सीमा पर शहीद होते हैं, तो क्या विपक्ष रोता है? कांग्रेस पार्टी क्या रोती है?” उनका यह बयान न केवल हिजबुल्लाह के प्रति इजरायल के एक्शन को सही ठहराता है, बल्कि विपक्ष के रवैये की आलोचना भी करता है।

आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष

सीएम हिमंत ने आगे कहा, “मैं यही कामना करता हूं कि आतंकवाद का अंत होना चाहिए। भगवान इजरायल को और शक्ति दे, ताकि आतंकवाद को समाप्त करने के लिए उन्हें और अधिक बल मिले।” उनका यह बयान दर्शाता है कि वे आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत रुख अपनाने के पक्ष में हैं और इस मुद्दे पर न केवल भारतीय राजनीति बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी बात रख रहे हैं।

नतीजा

हिमंत बिस्वा सरमा का यह बयान न केवल स्थानीय चुनावी माहौल को प्रभावित कर सकता है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय राजनीति में भी एक महत्वपूर्ण दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है। इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय नेताओं की नजरें आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक गठबंधन पर हैं।

उनके समर्थन से न केवल इजरायल को बल मिलेगा, बल्कि यह एक स्पष्ट संदेश भी है कि भारतीय नेता आतंकवाद के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्रवाई का समर्थन करते हैं। निस्संदेह, यह बयान न केवल राजनीतिक चर्चा को बढ़ावा देगा, बल्कि यह दर्शाता है कि वैश्विक आतंकवाद पर भारतीय राजनीति में एक गहरा और गंभीर दृष्टिकोण है।

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