मुख्यमंत्री बनने से पहले इस मुद्दे पर बोले हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखण्ड के 11वे मुख़्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण कर ली है। उनके शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष की एकता भी देखने को मिली। इस समारोह से पहले हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार के खिलाफ कटाक्ष मारा। इसके साथ ही उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ मजबूती से खड़े रहने की बात कही।
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले हेमंत सोरेन ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए नागरिकता संशोधन कानून और NRC को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि एनआरसी लागू करने योग्य नहीं है। पूरा देश नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ मजबूती से खड़ा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ये सब तब हो रहा है जब हमारा देश आर्थिक संकट से गुजर रहा है। हम नोटबंदी की तरह लोगों को एक बार फिर से कतार में खड़ा नहीं कर सकते। हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि आखिर ऐसे कानून की जरूरत क्या है। उन्होंने कहा कि ‘नोटबंदी के दौरान कई लोगों की जान चली गई थी, उसकी जम्मेदारी कौन लेगा? मौजूदा सरकार पुलिस फोर्स के जरिए विरोध की आवाज को दबा रही है। ये लोकतंत्र नहीं है।’
बता दें कि झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन दूसरी बार झारखण्ड के मुख्यमंत्री पद पर बैठे हैं। इससे पहले वे 2013 में झारखण्ड के पांचवे मुख्यमंत्री बने थे। 2013 में उनके मुख्यमंत्री बनने से पहले राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू था। 1 साल मुख्यमंत्री पद सँभालने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। हेमंत सोरेन के बाद बीजेपी के रघुवर दास झारखण्ड के मुख्यमंत्री बने थे।