बुखार के साथ सर्दी, खांसी,जुकाम हो तो करें बचाव, रहें सतर्क- सीएमओ
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बुखार के साथ सर्दी, खांसी,जुकाम हो तो करें बचाव, रहें सतर्क- सीएमओ
सर्दी,खांसी और जुकाम में भाप लेना सबसे बेहतर उपाय
ठंड के मौसम में बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से खांसी, सर्दी, जुकाम और बुखार जैसी दिक्कतें ज्यादा देखने को मिलती हैं। बदलते मौसम के साथ ठंड के मौसम में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने से अक्सर लोगों की तबीयत खराब हो ही जाती है। लोग बुखार, खांसी, जुकाम और फ्लू जैसी बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं। *यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आईएन तिवारी का*
*डॉ तिवारी* ने बताया कि ऐसा माना जाता है कि सर्दियों के मौसम में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता थोड़ी कमजोर हो जाती है, जिससे बीमारियां शरीर को जल्दी जकड़ लेती हैं। खासकर इस मौसम में बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा संभल कर रहने की जरूरत है, क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता व्यस्कों के मुकाबले कम होती है। घर के आस-पास साफ सफाई रखें, पानी ना जमा होने दें, पूरी आस्तीन के कपड़े पहने और सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग जरुर करें। इसे अपनाकर आप सर्दी-जुकाम और बुखार जैसी बीमारियों से बच सकते हैं।
*मंडलीय जिला चिकित्सालय में तैनात वरिष्ठ परामर्शदाता एवं फिजीशियन डॉ अनिलेश कुमार यादव* ने बताया कि मंडलीय जिला चिकित्सालय में हमारी ओपीडी कमरा नंबर 16 में होती है। ओपीडी में अभी लगभग 70-80 मरीज प्रतिदिन आ रहे हैं। इसमें 15 से 20 मरीज सर्दी, खांसी, जुकाम तथा बुखार से संबंधित बीमारी के होते हैं। इस क्रम में अगस्त में 2166, सितम्बर में 2241 और अक्टूबर में 2394 मरीजों की ओपीडी हुई है।
*डॉ यादव* ने बताया कि बदलते मौसम खासकर ठंड की शुरुआत के मौसम में बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से भी हमारा शरीर इन बीमारियों से लड़ नहीं पाता है। कई प्रकार के बैक्टीरिया एक्टिव हो जाते हैं, जिससे बुखार आता है, इसकी वजह से कई और खतरनाक बीमारियां भी हो सकती है। ज्यादा नमी (ह्यूमिडिटी) की वजह से सर्दी, जुकाम के साथ तेज बुखार के साथ कई स्वास्थ्य समस्याएं भी पैदा हो जाती हैं। ऐसे मौसम में डेंगू के अलावा चिकनगुनिया, मलेरिया, टाइफाइड, खांसी, जुकाम, बुखार, थकान, सुस्ती और सिर दर्द जैसी समस्याएं पैदा होना आम बात है। बदलते मौसम में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) कम हो जाती है। जिससे शरीर में असंतुलन पैदा होता है, मौसम के दौरान ये असंतुलन सर्दी, खांसी, जुकाम के साथ बुखार को भी बुलावा देता है। किसी भी तरह की समस्या होने पर मंडलीय जिला चिकित्सालय में या अपने नजदीकी अस्पताल में डाक्टर से सलाह लें, अपने मन से दवाओं का सेवन कत्तई ना करें। अगर आपको सर्दी-जुकाम और खांसी की समस्या है तो भाप लेना सबसे बेहतर घरेलू उपाय है। इससे बंद नाक की समस्या खत्म हो जाती है और सीने में जकड़न से भी आराम मिलता है।
*सर्दी-जुकाम, बुखार से बचने के कुछ एहतियाती उपाय-*
• कैफीन से दूर रहें
• मसालेदार और तले हुए खाद्य पदार्थ न खाएं
• अपने तरल पदार्थ का सेवन बढ़ाएं
• भाप लें और आराम करें
पल्हनी ब्लाक अंतर्गत हाफिजपुर गाँव निवासी 68 वर्षीय राम अधार यादव ने बताया कि चार पांच दिनों से हमें सर्दी खांसी तथा गले में खराश है, सर ने दवा लिखा है, नमक पानी का गरारा करने को कहा है, पांच दिन बाद फिर बुलाया है। छतवारा गाँव निवासी 18 वर्षीय फैसल ने बताया कि हमें खांसी के साथ चार दिन से बुखार है, सर ने जाँच तथा दवा लिखी है, तीन दिन बाद फिर से बुलाया है।
रिपोर्टर – राकेश वर्मा