पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर स्वास्थ्य मंत्री डी.एस.सिंहदेव ने कह दी ये बड़ी बात, जानिए क्या
रायपुर छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री डी.एस.सिंहदेव ने आश्वस्त किया है पोस्टमार्टम रिपोर्ट सात दिन में दिए जाने के नियम का पालन सुनिश्चित किया जायेंगा। सिंहदेव ने आज विधानसभा में प्रश्नोत्तरकाल में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के पूरक प्रश्नों के उत्तर में 07 फरवरी 21 को 317 मामलों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट लम्बित थी जोकि अब महज 18 प्रकरणों की ही रिपोर्ट लम्बित रह गई है।उन्होने कहा कि कई बार छोटे छोटे समन्वय की कमी के कारणों से रिपोर्ट मिलने में देरी होती है। उन्होने कहा कि राजधानी रायपुर में मेडिकल कालेज अस्पताल में ही अभी पोस्टमार्टम होता है,इस बारे में उन्होने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) रायपुर से चर्चा की है और उन्होने भी पोस्टमार्टम करने की सहमति दे दी है।
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उऩ्होने सदस्यों द्वारा पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने से देरी से सम्बधित परिवार को होने वाली मुश्किलों की ओर ध्यान दिलाए जाने पर कहा कि निश्चित रूप से यह काफी संवेदनशील मसला है।उन्होने भविष्य में अब हर माह इसकी समीक्षा होगी और यह सुनिश्चित किया जायेंगा कि रिपोर्ट समय पर मिल सके।उन्होने कौशिक के चिकित्सकों की कमी का उल्लेख करने पर कहा कि दो हजार चिकित्सकों की सीधी एवं संविदा पर भर्ती हुई है।अभी मेडिकल कालेज,जिला अस्पताल फिर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सकों की कमी दूर करने का प्रयास है फिर इसके बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का नम्बर आयेगा।
सिंहदेव ने बिसरा जांच में होने वाली देरी के बारे में भाजपा के शिवरतन शर्मा के पूछे जाने पर कहा कि यह कार्य दूसरी एजेन्सी करती है,लेकिन समन्वय कर इसमें जल्दी हो प्रयास किया जायेंगा।भाजपा के अजय चन्द्राकर ने पूछा कि राज्य फोरेसिंक साइंस को मजबूत करने की कोई योजना है क्या ,जिससे छत्तीसगढ़ में ही जांच हो सके।भाजपा के ही डा.कृष्णमूर्ति बांधी ने मोबाइल पोस्टमार्टम बनाए जाने का भी सुझाव दिया।मंत्री ने कहा कि यह नया सुझाव है,पर व्यवहारिक प्रतीत नही होता।