हाथरस कांड पर नेता प्रतिपक्ष के आरोप, योगी सरकार ने मिटा दिए घटना के सारे सबूत
लखनऊ। नेता प्रतिपक्ष उत्तर प्रदेश रामगोविंद चौधरी ने हाथरस मामले में योगी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने शनिवार को आरोप लगाया कि सरकार ने हाथरस घटना के सारे सबूतों को मिटा दिया है।
रामगोविंद चौधरी ने कहा कि पीड़िता की मौत के बाद उसके शव का पोस्टमार्टम डाक्टरों के पैनल से नहीं कराया गया। यही नहीं मौत के तत्काल बाद बगैर परिजनों को साथ लिए शव को पेट्रोल डालकर जला दिया गया। सनातन परंपरा के तहत उसका अंतिम संस्कार भी नहीं किया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के इसारे पर हाथरस जिला प्रशासन ने इस जघन्य घटना के सारे सबूतों को मिटा दिया। सबूत मिटाने के बाद सरकार अब पीड़िता के परिवार को फंसाने की साजिश रच रही है।
इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री को प्रचार करने का समय है। इसके लिए वह प्रदेश भर में दौड़ा कर रहे हैं, लेकिन हाथरस जाकर पीड़िता के परिवार से मिलने का समय उनके पास नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि शुक्रवार को गांधी जयंती के अवसर पर जब पूरी दुनिया अहिंसा दिवस मना रही थी, उस समय उप्र में समाजवादी पार्टी के लोगों पर यहां की सरकार लाठीचार्ज करा रही थी। उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व के निर्देश पर सपा कार्यकर्ता गांधी जयंती के दिन प्रदेश भर में मौन व्रत रखना चाहते थे लेकिन अहिंसा के पुजारी के जन्मदिवस के मौके पर सरकार ने हिंसा की जो इतिहास में काले दिवस के रूप में जाना जाएगा।