क्या नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचार से कर लिया है समझौता ?
बिहार की जनता ने इस बार सत्ताधारी JDU को तीसरे नंबर की पार्टी बना दी है। नीतीश कभी बड़े भाई की भूमिका में होते थे लेकिन इस बार वोटरों ने उन्हें धऱती पर ला दिया है। बीजेपी को पंद्रह सालों से छोटा समझने वाले नीतीश कुमार इस बार पानी-पानी हो गए हैं। इसी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश, ने लगता है कि करप्शन से समझौता भी कर लिया है।
अपने मंत्रिमंडल के साथियों पर सिर्फ छींटे पड़ने पर कई मंत्रियों से इस्तीफा लेने वाले नीतीश कुमार ने इस बार बड़े घोटाले के आरोपी को मंत्री बनाकर यह बता दिया कि अब उनके लिए भ्रष्टाचार कोई मायने नहीं रखता।
आपको बता दे की तेजस्वी यादव पर जब भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे तो यही नीतीश कुमार अपने कैबिनेट सहयोगी तेजस्वी यादव से पब्लिक डोमेन में जाकर अपनी बात रखने को कहा था। नीतीश कुमार ने कहा था कि “डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को अपने उपर लगे आरोपों की सफाई देनी चाहिए”। तेजस्वी यादव ने जब ऐसा नहीं किया तो यही नीतीश कुमार रातों-रात पाला बदलकर बीजेपी के खेमे में चले गए और फिर से भाजपा के सहयोग से सरकार बना ली।