हरियाणा मे हुई रैली मे शरद पवार ने दिया बड़ा संकेत , कहा बदल देंगे हुकूमत , जाने पूरी बात !
हरियाणा के फतेहाबाद में रविवार को विपक्षी दलों ने विपक्ष की संयुक्त रैली का आयोजन किया. इस दौरान रैली में आये हुए लोगों को संबोधित करते हुए एनसीपी चीफ शरद पवार ने
हरियाणा के फतेहाबाद में रविवार को विपक्षी दलों ने विपक्ष की संयुक्त रैली का आयोजन किया. इस दौरान रैली में आये हुए लोगों को संबोधित करते हुए एनसीपी चीफ शरद पवार ने किसानों के मुद्दे को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों से जो वादे किए थे उन्होंने वो अब तक पूरे नहीं किए हैं. पवार ने कहा कि सरकार ने पहला वादा एमएसपी का किया था जो अब तक पूरा नही हो पाया है. जिन लोगों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन किए थे उनके खिलाफ मुकदमे किए गये.
किसानों ने खाद्यान्न में देश को आत्मनिर्भर बनाया
शरद पवार ने आगे कहा कि एक समय ऐसा था जब देश में अनाज नहीं था तब किसानों ने ये स्थिति बदली और खून-पसीना एक करके भरपूर मात्रा में अनाज पैदा किया. उन्होंने कहा कि आज देश में यह स्थिति बदली है अनाज उत्पादन में हमारा देश नंबर एक पर है और इसके पीछे सिर्फ हमारे किसानों की मेहनत है.
शरद पवार ने कहा कि आज किसान आत्महत्या कर रहा है. एक किसान ने आत्महत्या कर ली है. उसने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था कि मैंने बैंक से लोन लिया था अब मैं उस लोन को भर नहीं पाया हूं और सरकार ने भी मेरा कर्ज माफ नहीं किया है, इसलिए मुझे मजबूरन आत्महत्या करनी पड़ रही है.
‘साथ मिलकर बदलेंगे हुकूमत’
शरद पवार ने कहा कि मैं वादा करता हूं कि किसी भी किसान को कर्ज की वजह से आत्महत्या करने की जरूरत नहीं पड़ेही क्योंकि हम मिलकर हुकुमत में बदलाव लाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि हरियाणा में आज का दिन देवीलाल जी का सम्मान करने का दिन है और हम सब यहां से एक होकर जाएंगे.
उन्होंने कहा कि हम केंद्र सरकार को हुकुमत से हटाएंगे और किसानों की समस्या को हल करने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि आज हमारे सामने महंगाई का संकट है, बेरोजगारी का संकट है लेकिन उस तरफ कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है.
हरियाणा में क्यों इक्ट्ठा हुए थे विपक्ष के नेता?
रविवार को हरियाणा (Haryana) में विपक्ष के सभी नेता पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल की 109वीं जयंती के मौके पर इकट्ठा हुए थे. ओम प्रकाश चौटाला (OM Prakash Chautala) ने इन नेताओं को इकट्ठा होने का न्यौता दिया था. इस रैली में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar), जेडीयू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar), आरजेडी नेता और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल और सीपीआईएम नेता सीताराम येचुरी (Sitaram Yechuri) शामिल थे.