किसानों की पूरी हुई मांग, 21 गंटो के लिए हरयाणा हाईवे की नाकेबंदी खत्म।
किसानों की पूरी हुई मांग, 21 गंटो के लिए हरयाणा हाईवे की नाकेबंदी खत्म।
चंडीगढ़ : किसानो ने धान की कमी को लेकर 21 से ऊपर समय के लिए एक प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध किआ था उन्होंने राज्य सर्कार के नरम पढ़ने के बाद नाकाबंदी हटा दी है | विरोध के कारण कुरुक्षेत्र राज मार्ग 44 पर काफी यतयां बाधित होगया था |
राज्य ने अब काया है की वह अब सभ अनाज मंडियों में संग्रहित सभी धन को स्थानांतरित करना शुरू करदेंगे,खरीदे दस्तावेज़ों को 1 अक्टूबर को संसाधित किया जाएगा,जैसा की पहले घोषित किआ गया था | ग्रनाम सिंघ चरनी विरोध प्रदर्शन के नेतृत्व कह रहे हैं की इन्हे स्टोर कहा करा जा रहा है ये अब नया सरदर्द है |
राज्य ने पांच जिलों में खरीद की सीमा भी बढ़ा दी है, जहां फसल की उच्च उपज 22 से 30 क्विंटल प्रति एकड़ से कई अन्य जिलों में 28 क्विंटल प्रति एकड़ तक बढ़ी है
कानून और व्यवस्था के बिगड़ने की आशंका के लिए अदालत द्वारा खींचे जाने के बाद हरियाणा सरकार जल्द ही नरम हो गई। अदालत ने उनसे कहा कि राजमार्ग को बिना किसी बाधा के मुक्त प्रवाह और यातायात के आवागमन के लिए खुला रखा जाना चाहिए ताकि आम जनता को असुविधा न हो।
विरोध कर रहे किसानों को उमस और बारिश से अनाज खराब होने की आशंका है। उनके पास भंडारण की जगह नहीं है इसलिए राज्य सरकार को खरीद की तारीख को आगे बढ़ाना चाहिए।
विरोधियों का कहना है कि उनकी अनाज मंडियों में 100 क्विंटल अनाज पहले ही नष्ट हो चूका है