Haryana सरकार की सख्ती: पराली जलाने पर 10 लाख का जुर्माना, अधिकारियों पर कार्रवाई

Haryana सरकार ने पराली जलाने के मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए किसानों पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। यह कदम प्रदूषण की समस्या को रोकने के लिए उठाया गया है।

Haryana सरकार की सख्ती: पराली जलाने पर जुर्माना और अधिकारियों पर कार्रवाई

पृष्ठभूमि

Haryana सरकार ने पराली जलाने के मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए किसानों पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। यह कदम प्रदूषण की समस्या को रोकने के लिए उठाया गया है। लेकिन यह कार्रवाई सिर्फ किसानों तक सीमित नहीं रही; नोडल अधिकारियों के खिलाफ भी सरकार ने कठोर कदम उठाए हैं।

नोडल अधिकारियों पर कार्रवाई

Haryana सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण में अपनी जिम्मेदारी का सही ढंग से निर्वाह नहीं करने वाले 25 अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई उन अधिकारियों पर हुई है जो अपने-अपने क्षेत्र में पराली जलाने की घटनाओं की रोकथाम में असफल रहे हैं।

पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई

यह पहली बार है जब हरियाणा में अधिकारियों को प्रदूषण फैलाने के लिए जवाबदेह ठहराया गया है। पहले के समय में अधिकारियों को इस तरह की जवाबदेही का सामना नहीं करना पड़ता था, लेकिन अब सरकार ने स्पष्ट संकेत दिया है कि वह प्रदूषण को लेकर गंभीर है और इस दिशा में कड़े कदम उठाने के लिए तैयार है।

निरीक्षण में कमी

जिन अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है, उन्होंने अपने क्षेत्रों में न तो ठीक से निरीक्षण किया और न ही किसानों को पराली जलाने से रोकने में सफल हुए। यह जिम्मेदारी उनकी थी कि वे किसानों को सही दिशा-निर्देश दें और उन्हें जागरूक करें, लेकिन उनकी लापरवाही के कारण स्थिति बिगड़ती गई।

सरकार की मंशा

हरियाणा सरकार की यह कार्रवाई यह दर्शाती है कि वह प्रदूषण की समस्या को गंभीरता से ले रही है और इस पर नियंत्रण पाने के लिए ठोस कदम उठा रही है। सरकार चाहती है कि अधिकारी न केवल किसानों को जागरूक करें, बल्कि उन्हें उचित विकल्प भी प्रदान करें ताकि वे पराली जलाने की जगह अन्य तरीकों को अपनाएं।

किसानों का दृष्टिकोण

किसान अक्सर यह शिकायत करते हैं कि उन्हें सही जानकारी और संसाधन नहीं मिल पाते हैं, जिससे वे पराली जलाने के लिए मजबूर हो जाते हैं। इसलिए, सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसानों को उचित सहायता मिले, ताकि वे पराली जलाने के विकल्पों का उपयोग कर सकें।

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Haryana सरकार की इस सख्ती के पीछे की मंशा प्रदूषण को कम करना और जिम्मेदारियों का सही निर्वाह सुनिश्चित करना है। अधिकारियों पर की गई कार्रवाई एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन इसे तभी सफल माना जाएगा जब सरकार किसानों के साथ संवाद बढ़ाए और उन्हें उचित संसाधन उपलब्ध कराए। इस दिशा में ठोस प्रयास होने से ही हरियाणा में पराली जलाने की समस्या का समाधान संभव होगा।

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