हरियाणा : कोरोना संक्रमण दर स्थिर, रिकवरी रेट में एक फीसद का सुधार
चंडीगढ़। हरियाणा लगातार बढ़ रही कोरोना संक्रमण दर धीमी होनी शुरू हो गई है और रिकवरी रेट में लगातार इजाफा हो रहा है। पिछले 24 घंटों में 2571 मरीजों के ठीक होकर घर लौटने से रिकवरी रेट में एक प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जोकि 82 प्रतिशत के ऊपर पहुंच गया। वहीं पॉजिटिव रेट 6.67 पर थम गया है। 1986 नए मामलों के साथ संक्रमितों की संख्या एक लाख 16 हजार 856 पर पहुंच गई है जबकि 96 हजार 347 मरीज ठीक हो चुके हैं और 19 हजार 276 केस एक्टिव हैं। 27 मरीजों के कोरोना की जंग हारने से मरने वालों की संख्या 1233 हो गई है। जबकि 401 मरीजों की हालत चिंताजनक बनी हुई है। इनमें 345 मरीजों की सांसें ऑक्सीजन के सहारे चल रही हैं तो 56 वेंटीलेटर पर जिंदगी जंग लड़ रहे हैं।
बुधवार को 22 जिलों में सबसे ज्यादा गुरुग्राम में 286, फरीदाबाद में 262, हिसार में 215, पंचकूला में 146, सोनीपत में 131, अंबाला में 125, करनाल में 117, कुरुक्षेत्र में 100, रोहतक में 97, पानीपत में 78, जींद में 67, सिरसा में 65, यमुनानगर में 55, भिवानी में 44, कैथल में 35, नारनौल में 34, पलवल में 27, झज्जर में 26, रेवाड़ी में 13, चरखी-दादरी में 11 तथा नूंह में 8 संक्रमित मिले। इसके साथ ही करनाल में 434, फरीदाबाद में 299, हिसार में 259, पानीपत में 196, फतेहाबाद में 168, सोनीपत में 164, गुरुग्राम में 159, रोहतक में 139, अंबाला में 137, जींद में 110, सिरसा में 70, यमुनानगर में 69, भिवानी में 68, कुरुक्षेत्र में 65, रेवाड़ी में 57, झज्जर में 50, कैथल में 40, पलवल में 37, नारनौल में 29, पंचकूला में 11 तथा नूंह व चरखी-दादरी में 5-5 मरीज ठीक होकर घर लौटे। वहीं अंबाला व रोहतक में 3-3, गुरुग्राम, करनाल, भिवानी, कुरुक्षेत्र, सिरसा, यमुनानगर व जींद में 2-2 तथा फरीदाबाद, पानीपत, पंचकूला, नारनौल, फतेहाबाद व कैथल में 1-1 मरीज ने दम तोड़ा।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक संदिग्धों के सैंपल लेने का आंकड़ा 1758243 पर पहुंच गया है, जिसमें 1634605 की रिपोर्ट निगेटिव आई। जबकि 6782 का इंतजार है। प्रदेश में पॉजिटिव रेट भी 6.67 फीसद पर पहुंच गया है। रिकवरी रेट 82.45 फीसद है जबकि मामलों के दोगुने होने की अवधि 27 दिन पर पहुंच गई है। प्रत्येक 10 लाख पर जांच का आंकड़ा भी 69 हजार 359 पर पहुंच गया है। कोरोना से 1233 (पुरुष 854 व महिला 379) मौतों से मृत्युदर 1.06 फीसद पर पहुंच गई है।