सपा में शामिल हुआ हरिशंकर तिवारी का परिवार, अखिलेश ने BJP पर कसा तंज
इस परिवार से जुड़ने के बाद सपा के मुकाबले कोई नहीं- अखिलेश यादव
लखनऊ: आगामी चुनाव की वजह से एक बार फिर यूपी की राजनीतिक सियासत गरमा गई हैं. वहीं सभी पार्टियों के गद्दवर नेता अपनी पार्टी छोड़ दूसरी पार्टियों का दामन थाम रहे हैं. नेताओ के फेरबदल से पूर्वांचल की राजनीतिक सियासत में हलचल मच गई हैं. पूर्वाचल के बाहुबली पंडित हरिशकंर तिवारी के दो बेटे और भांजे ने रविवार को बसपा छोड़ सपा में शामिल हो गए. इनके अलावा भी कई लोग समाजवादी पार्टी में शामिल हुए. इस अवसर पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने यूपी की योगी सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े 4 साल से प्रदेश में भेदभाव से काम हुआ है. सरकार ने जाति-धर्म के आधार पर काम किया है. उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के डिवाइड और रूल से राज किया. बीजेपी लोगों को डराकर-मारपीट कर राज कर रही है.
समाजवादी पार्टी का मुकाबला भाजपा से हैं?
सपा में अन्य दलों के नेताओं के शामिल होने से काफी अखिलेश यादव ने कहा कि प्रतिष्ठित परिवार से जुड़े लोग आज सपा में शामिल हो रहे हैं. इससे सपा मजबूत हो रही है और सपा के मुकाबले अब कोई नहीं हैं. उन्होंने कहा कि आज पार्टी कार्यालय भरा है. बहुत से लोग बाहर जमा है. उन्होंने कहा कि कहीं इतनी भीड़ देखकर बुलडोजर सरकार यहां न आ जाए.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि योगी सरकार 4 साल से कह रही है कि टैबलेट मिलेगा, लेकिन सरकार अपने संकल्प पत्र पूरे नहीं कर पा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ने आने के बाद अपना संकल्प पत्र खोलकर भी नहीं देखा है.
जानिए कौन समाजवादी पार्टी ने हुआ शामिल
सपा प्रमुख ने कहा, ”मैं पूर्वांचल के साथियों को भरोसा दिलाता हूं कि जब सपा सरकार थी तब लगातार एक्सप्रेसवे और डिस्ट्रिक हेडक्वाटर को फोर लेन से जोड़ा. भाजपा सरकार ने कम गुणवत्ता का एक्सप्रेसवे बनाया है. हम सरकार बनने पर गोरखपुर वाली सड़क बनाएंगे.
बता दें रविवार को बाहुबली हरिशंकर तिवारी के बेटे और विधायक विनय शंकर तिवारी, पूर्व सांसद कुशल तिवारी और भांजे गणेश शंकर पांडेय ने बसपा छोड़ सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली. इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि आज बहुत ही प्रतिष्ठित परिवार के लोग सपा में शामिल हो रहे हैं. कन्नौज के मेरे पहले चुनाव में कुशल तिवारी भी साथ थे. अब सपा के मुकाबले कोई नहीं हैं. हालांकि यूपी में बीजेपी और सपा की हैं जोरदार टक्कर. उन्होंने कहा कि अब समाजवादियों के साथ अंबेडकरवादी भी आ गए हैं. इसलिए 2022 में सपा की सरकार बनने जा रही है.