Hardik Patel News: कांग्रेस मुक्त भारत की तरफ बीजेपी का एक और कदम, भाजपा में “हार्दिक” स्वागत है….
Hardik Patel News: कांग्रेस मुक्त भारत की तरफ बीजेपी का एक और कदम, भाजपा में “हार्दिक” स्वागत है…
गुजरात में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे राज्य में चुनावी सरगर्मियां बढ़ती जा रही है। नेताओं का एक दल से दूसरे दल में जाने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी के तहत आज पाटीदार नेता हार्दिक पटेल बीजेपी में शामिल हो गए। वह हार्दिक पटेल जो पिछले समय बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी को पानी पी पी कोसते थे आज उन्हीं के नाम की कसीदे पढ़ रहे हैं। यह बदलाव क्यों हुआ इसका तो अभी पता नहीं चला है लेकिन हां जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आएंगे अभी कई और पाटीदार नेता बीजेपी में शामिल होते दिखाई पड़ेंगे।
आपको बता दें हार्दिक पटेल अहमदाबाद स्थित बीजेपी हेड क्वार्टर कमला में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुए। हार्दिक पटेल के बीजेपी में शामिल होने के वक्त पार्टी कार्यालय में बीजेपी नेता नितिन पटेल, गुजरात इकाई के अध्यक्ष सीआर पाटिल व अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। जैसे कि आपको पता होगा कि पार्टी में शामिल होने से पहले ही हार्दिक पटेल ने ट्वीट कर कहा थ कि वह समाज हित-देश हित में मोदी जी के साथ एक छोटा सिपाही बनकर उनके साथ काम करना चाहते हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी विश्व के गौरव हैं:-
हार्दिक पटेल ने आगे कहा कि देश हित, जनहित एवं समाज हित के इस भगीरथ कार्य में आगे बढ़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो राष्ट्र सेवा का काम चल रहा है उसमें छोटा सा सिपाही बनकर मैं काम करने के लिए नए अध्याय की शुरुआत कर रहा हूं। पाटीदार पटेल के इस ट्वीट से ही यह साफ हो गया था कि ये बीजेपी में शामिल होने वाले हैं।
बीजेपी में जल्द ही शामिल होंगे कई और बड़े पाटीदार नेता- हार्दिक पटेल
बीजेपी में शामिल हुए पाटीदार नेता ने कहा कि आने वाले दिनों में भारतीय जनता पार्टी में और बड़े नेताओं के शामिल होने की भी संभावना है। वे 10 दिनों के अंदर एक कार्यक्रम आयोजित करेंगे जिसमें कांग्रेस पार्टी से नाराज चल रहे नेता, विधायक, जिला पंचायत, तहसील पंचायत के सदस्यों और नगर निगम के सदस्यों को भारतीय जनता पार्टी के साथ जोड़ेंगे।
मुझे नहीं है किसी पद का कोई लालच:- हार्दिक पटेल
पाटीदार नेता हार्दिक ने कहा कि आजतक मैंने पद के लालच में कहीं भी किसी भी प्रकार की मांग नहीं रखी. कांग्रेस को भी मैंने काम मांगते हुए छोड़ा और बीजेपी में भी मैं काम करने की परिभाषा के साथ जुड़ रहा हूं. स्थान की चिंता कमजोर लोग करते हैं. मजबूत लोग कभी भी स्थान की चिंता नहीं करते हैं.