गुर्जर आंदोलन : बैंसला के घर पर जुटे गुर्जर नेता, गुड़ला गांव में होगी महापंचायत
जयपुर। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से आंदोलन के लिए दी गई डेडलाइन एक नवम्बर के नजदीक आने के साथ ही राजधानी जयपुर से लेकर भरतपुर तक सरगर्मियां तेज हो गई है। आंदोलन की रणनीति बनाने के लिए शनिवार सवेरे बड़ी संख्या में गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के घर पर जुटे। इसमें रविवार से प्रस्तावित गुर्जर आंदोलन को लेकर चर्चा चल रही है। गुर्जर नेताओं ने शनिवार को गुड़ला गांव में कर्नल बैंसला के नेतृत्व में महापंचायत कर आगामी रणनीति तय करने का ऐलान किया है। इधर, करौली जिला प्रशासन ने गुर्जर समाज के लोगों से आंदोलन को स्थगित करने की अपील की है। अधिकारियों ने मासलपुर तहसील के गुर्जर बाहुल्य क्षेत्रों में जाकर यह अपील की। सुरक्षा की दृष्टि से जगह-जगह पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है।
गुर्जर समाज का एक धड़ा सरकार से वार्ता करने के लिए जयपुर पहुंचा हुआ है, जबकि दूसरा गुट भरतपुर के पीलूपुरा में महापंचायत कर आन्दोलन शुरू करने पर अड़ा हुआ है। समाज का ये धड़ा कर्नल बैंसला के साथ आन्दोलन करने के पक्ष में तो है, लेकिन इस धड़े का मानना है कि यदि वार्ता से कोई हल निकल जाता है तो ज़्यादा उचित रहेगा। गुर्जर प्रतिनिधिमंडल और सरकार के बीच दोपहर साढ़े 12 बजे दूसरे दौर की वार्ता शुरु होगी। सरकार की ओर से इस महत्वपूर्ण बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा और खेल मंत्री अशोक चांदना मौजूद रहेंगे।
जानकारी के अनुसार मंत्री रघु शर्मा और अशोक चांदना से गुर्जर नेताओं की शुरुआती बात भी हुई है। मंत्रियों ने गुर्जर नेताओं के सामने सरकार की तरफ से सकारात्मक पक्ष रखा है। इस पर गुर्जर नेता भी इस शुरुआती बात से संतुष्ट नजर आए हैं। नेताओं ने गुर्जर समाज की मांगें सरकार के सामने रखी हैं। वार्ता के बाद गुर्जर नेता जयपुर के एक होटल में रुके हैं।
गुर्जर आरक्षण मामले को लेकर प्रदेश भर में आन्दोलन की चेतावनी के बीच आईएएस अफसर और उनकी टीमें इस आंदोलन को शांत करने में जुटी हुई हैं तो आईपीएस अफसरों और उनकी टीम आंदोलन होने की स्थिति में कानून व्यवस्था को काबू करने के प्रयास शुरू कर चुकी है। दूसरी तरफ रेलवे ने भी पटरियों और रेलवे सम्पत्ति की सुरक्षा के लिए सुरक्षात्मक उपाय शुरू कर दिए है। करौली, भरतपुर और आस-पास के गुर्जर बाहुल्य क्षेत्रों में पटरियों की सुरक्षा के लिए दो सौ से ढाई सौ आरपीएफ जवानों और अफसरों को ड्यूटी पर लगाया गया है। आंदोलन को देखते हुए स्थानीय पुलिस के अलावा पहले ही करीब बीस आरएएसी कंपनियों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।
पिछले दिनों परीक्षाओं के मामले को लेकर डूंगरपुर जिले में हुए विवाद में सरकार और पुलिस के पूरी तरह से फेल होने के बाद इस बार सरकार और पुलिस ने पहले ही मोर्चा संभाल लिया है। करौली और भरतपुर के प्रभावित क्षेत्रों में भारी पुलिस बंदोबस्त किया गया है। सीनियर गुर्जर नेताओं के हर मूवमेंट पर इंटेलीजेंस की नजर है और सरकार को लगातार इस बारे में अपडेट किया जा रहा हैं।
चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा का कहना है कि हमने गुर्जर समाज की तीन मांगों को मान लिया था। अब कोई मुद्दा बचा नहीं है, आरक्षण हम दे चुके हैं। वार्ता के लिए हमारे दरवाजे हमेशा खुले हैं। विजय बैंसला के बयान पर उन्होंने साफ कर दिया कि पटरी पर कोई बात नहीं होती, हमने हमेशा बातचीत के माध्यम से हल निकालने की कोशिश की है। अगर वो कहते हैं कि पटरी पर आओ, तो ऐसी बातों का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है। प्रस्तावित गुर्जर आंदोलन को लेकर उत्तर पश्चिम रेलवे ने अलवर, दौसा, बांदीकुई, चौथ का बरवाड़ा सहित अन्य रेल लाइनों पर चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।