टीके पर टालमटोल जारी:सरकार बोली- हर महीने 3.5 करोड़ टीके ज्यादा बनेंगे;
देश में कोरोना वैक्सीन की कमी कब दूर होगी, इसे लेकर केंद्र सरकार अब भी कोई डेडलाइन नहीं दे पा रही है। संसद में स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने कहा, ‘देश में हर महीने कोवीशील्ड की 12 करोड़, कोवैक्सिन की 4.5 करोड़ डोज बनने लगेंगी, यानी कुल 16.5 करोड़ डोज।
अभी कोवीशील्ड की 11 करोड़ और कोवैक्सिन की 2.5 करोड़ डोज बन रही हैं।’ पर मंत्री ने यह नहीं बताया कि हर महीने 16.45 करोड़ डोज कब से बननी शुरू होंगी। यह बात इसलिए अहम है, क्योंकि केंद्र ने जुलाई में ही 17.58 करोड़ डोज बनाने का दावा पहले ही कर रखा है।
वैक्सीन का उत्पादन कब से बढ़ेगा, इस सवाल का जवाब जानने के लिए भास्कर ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव, नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन के चेयरमैन और स्वास्थ्य मंत्री से भी संपर्क किया गया। लेकिन, जवाब नहीं मिला।
1 महीने में टीकाकरण का औसत 64.4 लाख से गिरकर 37.9 लाख हुआ
सरकार ने देश में 21 जून से 18+ के सभी लोगों को मुफ्त टीके का अभियान शुरू किया तो टीकाकरण में रफ्तार आती दिखी। 21 जून को 90 लाख से ज्यादा टीके लगे। लेकिन, उसके बाद टीकों की रफ्तार धीरे-धीरे कम होती चली गई। 21 जून से 21 जुलाई तक 31 दिन में कुल 12.9 करोड़ टीके लगे। यानी महीने का रोजाना औसत 41.6 लाख टीके रहा।
जब हम टीकों की रफ्तार का बारीकी से जांचते हैं तो पाते हैं कि 26 जून को रोजाना टीकों का औसत (7 दिनी) 64.4 लाख था और अब 37.9 लाख तक गिर चुका है। यानी अब पहले के मुकाबले रोज लगने वाले टीके 41% तक घट चुके हैं।
कोवीशील्ड का उत्पादन बढ़ा, कोवैक्सिन का नहीं
सीरम इंस्टीट्यूट के एक अधिकारी ने दैनिक भास्कर को बताया कि अगस्त से हर महीने 12 करोड़ डोज का उत्पादन शुरू हो जाएगा। जबकि, भारत बॉयोटेक ने उत्पादन बढ़ाने की तैयारियों के बारे में कुछ नहीं कहा। दरअसल, भारत बायोटेक अभी हर महीने कोवैक्सिन की 2.5 करोड़ डोज बना रही है। जबकि, केंद्र सरकार ने कहा था कि जुलाई से कोवैक्सिन की 4.5 करोड़ डोज बनने लगेंगी।