ब्रिटिश संसद मे सम्मानित हुए राज्यपाल मंगूभाई पटेल
नई दिल्ली: लंदन में ब्रिटिश पार्लियामेंट द्वारा आयोजित वर्ल्ड बुक्स ऑफ रिकॉर्ड समारोह में राज्यपाल मंगूभाई पटेल को सम्मानित किया गया है। उन्होंने सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि उत्कृष्ट और असाधारण कार्यों की सराहना मानवता के विकास का आधार है। मानव जीवन की बेहतरी के लिए किये जा रहे सकारात्मक प्रयासों एवं उत्कृष्ट कार्यों की सराहना करना समाज का दायित्व है। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा उत्कृष्टता को सम्मानित करने की पहल मानव जाति की भलाई के लिए शांति और सद्भाव के प्रयासों को मजबूत करने का एक सराहनीय प्रयास है।
राज्यपाल पटेल लंदन में ब्रिटिश पार्लियामेंट में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में पटेल को अंतर्राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। दुनिया भर में सामाजिक, शैक्षिक, पर्यावरण, महिला सशक्तिकरण, आध्यात्मिक, पुरातात्विक, ऐतिहासिक, अनुसंधान और विकास और सांस्कृतिक गतिविधियों में अतुलनीय योगदान देने वाले 20 प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों को सम्मानित किया गया। राज्यपाल की पत्नी श्रीमती. समारोह में नर्मदाबेन पटेल, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री रामदास अठावले भी उपस्थित थे।
उत्कृष्टता के लिए किसी प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं होती
राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने कहा कि उत्कृष्टता के लिए किसी प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य महान प्रयासों और दक्षता का परिणाम होता है, लेकिन व्यावहारिक जगत में उत्कृष्टता बढ़ाने के लिए प्रतिभाशाली लोगों को कीर्तिमानों से सम्मानित करना जरूरी है। उत्कृष्ट कार्यों को सम्मानित करने से युवाओं और अन्य लोगों को विजेताओं के उत्कृष्ट कार्यों का अनुकरण करने और नए कीर्तिमान स्थापित करने की प्रेरणा मिलती है।
जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत व्यक्तियों के असाधारण कार्य को मान्यता देना एक सराहनीय प्रयास है। पटेल ने विश्व भर में उत्कृष्ट कार्यों की पहचान और दस्तावेजीकरण में उनके गहन प्रयासों के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के अधिकारियों को बधाई दी। पटेल ने विशिष्ट व्यक्तियों को बधाई दी और कहा कि वे गरीबों और वंचित वर्गों के कल्याण के लिए बेहतर प्रयास करते रहेंगे।
कार्यक्रम में सांसद यूके वीरेंद्र शर्मा, आध्यात्मिक नेता राज राजेश्वर गुरुजी, मनोवैज्ञानिक दिवाकर सुकुल, अनुरुद्ध, डिप्टी मेयर लंदन राकेश अग्रवाल, वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के अध्यक्ष संतोष शुक्ला, पुरस्कार विजेता और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।