सरकार का ऐसा अभियान जिससे प्रवासी मजदूरों को मिलेगा रोजगार, सरकार ने किया 116 जिलों में रोजगार का दावा
भारत में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच लॉकडाउन किया गया। इस लॉकडाउन से भारत के प्रवासी मजदूरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। जिसके बाद ज्यादातर शहरी मजदूर अपने अपने गांव की तरफ पलायन करने लगे। ऐसे में उन पर रोजगार का एक बड़ा संकट आ गया है। इस हालात के बीच केंद्र सरकार ने एक अभियान शुरू करने की बात कही है। इस योजना का नाम गरीब कल्याण रोजगार है। योजना की लॉन्चिंग 20 जून को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद करने वाले हैं। इस योजना के बारे में आज देश के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जानकारी दी।
देश के विभिन्न भागों से पलायन कर रहे श्रमिक मजदूर अपने अपने गांव पहुंच रहे हैं। ऐसे में इस योजना के तहत इन मजदूरों को रोजगार मुहैया कराया जाएगा। इसके साथ ही अभियान को देश के 6 राज्यों के 116 जिलों में शुरू किए जाने की बात सामने रखी है। 20 जून को अभियान शुरू करने के मौके पर इन राज्यों के मुख्यमंत्री और संबंधित मंत्रालय के मंत्री भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ने वाले हैं।
बता दें कि इन 116 डिस्ट्रिक्ट में से
बिहार के 32 जिले, आकांक्षात्मक जिले 12
उत्तर प्रदेश के 31 जिले, आकांक्षात्मक जिले 5
मध्य प्रदेश के 24 जिले, आकांक्षात्मक जिले 4
राजस्थान के 22 जिले, आकांक्षात्मक जिले2
ओडिशा के 4 जिले, आकांक्षात्मक जिले 1
झारखंड के 3 जिले, आकांक्षात्मक जिले 3
यह कुल 116 जिले हैं और आकांक्षात्मक जिले 27 है। जहां इस अभियान को शुरू किया जाना है। 20 जून को इस अभियान की शुरुआत की जाएगी। बता दें कि 50000 करोड रुपए की लागत से यह योजना शुरू की जा रही है। इस योजना के तहत कामगारों को 25 प्रकार के काम दिए जाएंगे। जिन राज्यों को इस योजना से फायदा होगा उसमें बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओडिशा शामिल है।
बता दें कि इसका फायदा 25000 प्रवासी मजदूरों को मिलने का दावा किया जा रहा है। यानी 25000 प्रवासी मजदूरों को इस अभियान के तहत काम मिल सकता है। सरकार का दावा है कि मजदूरों की स्किल मैपिंग की गई है।