आज से बिना छात्रों के खुल रहे सरकारी स्कूल, टीचर्स को करने होंगे ये काम
लखनऊ. 1 जुलाई यानी गुरुवार से उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सरकारी स्कूलों (Government Schools) को खोला जा रहा है. हालांकि अभी छात्र स्कूल नहीं आएंगे. सिर्फ शिक्षकों को ही स्कूल आने की अनुमति है. उन्हें कोविड प्रोटोकॉल के तहत स्कूल आना है. स्कूलों में मास्क और सैनिटाइजर का इंतजाम जरूरी होगा. इस दौरान टीचर्स छह से 11 साल के बच्चों का दाखिला भी करवाएंगे. स्कूलों में पठन-पाठन के अलावा सभी ऑफिसियल वर्क्स को पूरा करना होगा. गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद से ही स्कूल बंद हैं.
आदेश के मुताबिक राज्य भर के 1.5 लाख सरकारी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को फिर से शुरू किया जाएगा. हालांकि जारी आदेश के मुताबिक केवल प्रशासनिक कार्यों के लिए विद्यालयों को शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए ही खोला जाएगा. विद्यार्थियों को अगले आदेश तक स्कूल आने की अनुमति नहीं होगी. शिक्षक छात्र नामांकन, मध्याह्न भोजन योजना के अनुसार खाद्य सुरक्षा भत्ते और मुफ्त पुस्तकों के वितरण से संबंधित कार्य को पूरा करने के लिए कक्षा पहली से लेकर आठवीं तक के विद्यालयों को खोला जा रहा है
करना होगा ये काम
बच्चों को मिड डे मील का खाद्यान्न वितरित करना होगा
कन्वर्जन कास्ट शत प्रतिशत लाभार्थियों के खाते में भेजना होगा
खाद्यान्न वितरण एवं कन्वर्जन कास्ट का विवरण प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड करना होगा
विद्यालय परिसर में विशेषकर रसोईघर, कक्षा कक्षों के अंदर एवं छतों की साफ-सफाई
टाइम एंड मोशन स्टडी के शासनादेश के अनुरूप विद्यालय पंजिकाओं की व्यवस्था
6 से 11 आयु वर्ग के बच्चों के अभिभावकों से संपर्क करने के बाद उनका नामांकन
बालिकाओं का शत-प्रतिशत नामांकन कराना
कायाकल्प से असंतृप्त बिंदु जो कि ग्राम पंचायत स्तर से पूर्ण किए जाने हैं, प्रधानों/ सचिव से संपर्क कर पूर्ण कराना
कंपोजिट ग्रांट मद से कायाकल्प संबंधी अपूर्ण रह गए कार्य पूर्ण करना
ई-पाठशाला का चतुर्थ चरण जारी है, 10 प्रेरणा साथी का चयन किया जाना है
रेडियो, दूरदर्शन एवं व्हाट्सएप के माध्यम से जो कार्यक्रम प्रेषित किये जा रहे है उन्हें बच्चों तक पहुंचाना
समस्त विद्यालयों में 20-20 वृक्ष लगाना