किसान आंदोलन को लेकर सरकार सक्रिय, गृह मंत्री से मिलने पहुंचे कृषि मंत्री
नई दिल्ली : नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के अड़ियल रवैये को जेखते हुए केंद्र सरकार सक्रिय हो गई है। प्रदर्शन के लिए निर्धारित बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड में जाने से किसानों के इनकार के बाद केंद्र सरकार सक्रिय हो गई है।
किसानों के आंदोलन के मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के आवास पर बैठक चल रही है जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) भी शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत यूपी- दिल्ली बॉर्डर पहुंचे हैं, जहां वह किसानों से बातचीत करने का प्रयास करेंगे। गृहमंत्र अमित शाह पहले ही आंदोलनरत किसानों से बुराड़ी मैदान में जाने की अपील कर चुके हैं।
सरकार किसानों से बातचीत के लिए है तैयार
उन्होंने कहा था कि तय स्थान पर पहुंचने के बाद सरकार किसानों से बातचीत के लिए तैयार है। तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमा पर पिछले चार दिनों से धरना-प्रदर्शन कर रहे किसानों ने रविवार को केंद्र सरकार के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया और राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश के सभी पांच रास्तों को बंद करने की धमकी दी। प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों और सरकार के बीच तीन दिसंबर को बातचीत प्रस्तावित है।
पत्रकारों से साझा की बैठक की जानकारी
पार्टी ने बैठक की जानकारी पत्रकारों से साझा की। पार्टी की ओर से कहा गया कि आंदोलन में नई-नई गाडिय़ों और नए-नए कपड़े पहनकर आ रहे लोग किसान नहीं हो सकते। किसान आंदोलन को राजनीति से प्रेरित बताते हुए उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में गलत तत्व घुस गए हैं और कांग्रेस भी सरकार का विरोध करने के लिए उन्हें गुमराह कर रही है। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भी आंदोलन को हवा देने के लिए आलोचना की और कहा कि कोविड-19 संक्रमण से उत्पन्न परिस्थितियों के दौरान गरीब मजदूरों को उन्होंने खाना नहीं दिया लेकिन अब किसान आंदोलन में भाग लेने वालों के लिए वह टैन्ट लगवा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘किसानों की बात हमसे ज्यादा कोई नहीं सुन सकता। हमने किसानों को 6000 रुपये दिए, उन्हें यूरिया दिया, उनकी उपज खरीदी, उनके हित में अनेक फैसले लिए और अब भी उनसे बातचीत करना चाहते हैं।’ उत्तराखंड में पार्टी मामलों के प्रभारी गौतम ने एक सवाल के जवाब में दावा किया कि केंद्र सरकार और त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की उपलब्धियों की बदौलत 2022 में प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा 70 में से 60 सीटों पर जीत दर्ज करेगी।
उन्होंने कहा, ‘केंद्र और राज्य सरकार के कामों और जनसेवा से हम 60 सीटें जीतेंगे और प्रदेश में लगातार दो बार सरकार बनाने का रिकार्ड बनाएंगे।’ वर्ष 2017 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा को 70 में से 57 पर विजय मिली थी। गौतम ने कहा कि प्रदेश में पार्टी संगठन और सरकार में अच्छा तालमेल बताते हुए प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत और मुख्यमंत्री रावत की प्रशंसा की।