गोरखपुर के टॉप 100 बदमाशों की जब्त होगी संपत्ति, ध्वस्त कराया जाएगा निर्माण
गोरखपुर। टॉप टेन और टॉप 100 बदमाशों की सूची तैयार करने के बाद पुलिस अब अपराध से अर्जित की गई इनकी संपत्ति जब्त करने की तैयारी कर रही है। इसके साथ ही दबंगई के बल पर कराए गए स्थायी निर्माण वैधानिक प्रक्रिया अपनाकर ध्वस्त कराए जाएंगे। एसएसपी डॉ सुनील गुप्त ने सभी अपर पुलिस अधीक्षकों और क्षेत्राधिकारियों को अपराध से अर्जित बदमाशों की संपत्ति को चिह्नित कर जब्त करने और स्थायी निर्माण ध्वस्त कराने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है।
बदमाशों के विरुद्ध चल रहा अभियान
कानपुर में गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गुर्गों के साथ हुए मुठभेड़ में एक पुलिस उपाधीक्षक सहित आठ पुलिस वालों के बलिदान होने के बाद शासन ने प्रदेश भर में जिले स्तर पर बदमाशों के विरुद्ध अभियान चलाने का निर्देश दे रखा है। इसी के मद्देनजर पुलिस ने जनपद में सक्रिय बदमाशों को सूचीबद्ध किया है। थाने स्तर पर टॉप टेन बदमाशों की सूची बनाई गई है। थानों की टॉप टेन सूची से ही जिले के टॉप टेन और टॉप 100 बदमाशों की सूची तैयार की गई है। इन बदमाशों की मुश्कें कसने के लिए एसएसपी ने मातहतों के साथ विचार-विमर्श करने के बाद अपराध से अर्जित इनकी संपत्ति जब्त करने और स्थायी निर्माण ध्वस्त कराने का फैसला लिया। एसपी सिटी एसपी उत्तरी और एसपी दक्षिणी अपने-अपने इलाके में इस अभियान की मॉनिटङ्क्षरग करेंगे। सर्किल स्तर पर क्षेत्राधिकारियों के दिशा-निर्देशन में यह अभियान चलेगा।
पुलिस के निशाने पर होगी बदमाशों की यह संपत्ति
बदमाशों की पैतृक संपत्ति पुलिसिया कार्रवाई की जद में नहीं आएगी। इसके अलावा नेवासे में मिली संपत्ति को भी इसे कार्रवाई से बाहर रखा गया है। बदमाशों के नाम की संपत्ति को सबसे पहले जब्त किया जाएगा। कई बदमाशों ने दूसरों के नाम से संपत्ति बना रखी है। ऐसी संपत्तियों के बारे में भी पता लगाकर कार्रवाई की जाएगी। दबंगई के बल पर कब्जा की गई या फिर नाम मात्र का भुगतान कर खरीदी गई जमीन पर कराए गए स्थायी निर्माण को ध्वस्त कराने का फैसला लिया गया है।
बदमाशों की टॉप 100 वाली सूची में शहर क्षेत्र के 30 और उत्तरी तथा दक्षिणी क्षेत्र के 33-33 बदमाशों का नाम शामिल है। उत्तरी क्षेत्र की सूची में चौरीचौरा इलाके के एक भाजपा नेता का नाम भी शामिल है। इसके अलावा इस सूची में कई सफेदपोश और उनके सहयोगियों का नाम भी शामिल है। इन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती होगी।
टॉप टेन सूची में शामिल हैं कई चर्चित नाम
सुधीर सिंह : शाहपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर बदमाश सुधीर सिंह इस समय पिपरौली का ब्लॉक प्रमुख भी है। हत्या, हत्या की कोशिश और लूट सहित कई संगीन मामलों में अलग-अलग थानों में करीब दो दर्जन मुकदमे दर्ज हैं।
प्रदीप सिंह : गोंडा थाने का हिस्ट्रीशीटर बदमाश प्रदीप सिंह पिपरौली ब्लॉक का ज्येष्ठ उप ब्लॉक प्रमुख रह चुका है। विभिन्न थानों में हत्या और लूट के कई मुकदमे दर्ज हैं।
विनोद उपाध्याय : गोरखनाथ थाने के हिस्ट्रीशीटर बदमाशों की सूची में इसका नाम शामिल है। संगीन धाराओं में दो दर्जन के करीब मुकदमे दर्ज हैं। समय-समय पर अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों से जुड़ता रहता है
अजीत शाही : बेतियाहाता मोहल्ले का रहने वाला अजीत, कैंट थाने का हिस्ट्रीशीटर है। अपराध की प्लानिंग करने में इसे महारत हासिल है। देवरिया जिले में भाटपार का ब्लॉक प्रमुख रह चुका है।
राकेश यादव : गुलरिहा थाने का हिस्ट्रीशीटर बदमाश ओमप्रकाश पासवान हत्या कांड से चर्चा में आया था। बसपा से बांसगांव में ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़ चुका है। दूसरे राजनीति दलों से भी इसका जुड़ाव रहा है जिसे हमारी पुलिस के डर से कोर्ट में आत्म समर्पण कर दिया।
इनके अलावा झंगहा के राघवेंद्र यादव बेलघाट के शैलेंद्र प्रताप सिंह बांसगांव के राधेश्याम यादव कैंट के सत्यव्रत राय और खजनी के सुभाष शर्मा का भी नाम भी टॉप टेन बदमाशों में शामिल है। सत्यव्रत राय अपने दौर में कुख्यात रहे श्रीप्रकाश शुक्ला का साथी रहा है। सुभाष शर्मा पुलिस की वर्दी में लूट और हत्या करने के लिए कुख्यात रहा है। एसएसपी डा सुनील गुप्त का कहना है कि टॉप टेन और टॉप 100 सूची में बदमाशों पर कार्रवाई के लिए अभियान चलाया जा रहा है। अपराध से अर्जित बदमाशों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। जिले में सक्रिय अन्य बदमाशों के विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई की जा रही है।