गोरखपुर सब्जियों के दाम आसमान पर, जेब पर भारी पड़ रहा बजट
सब्जियों के आसमान छूते दामों ने लोगों की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है. थोक और फुटकर बाजार में सब्जियों के बढ़ते दामों से आम आदमी की जेबों पर मार पड़ी है. सब्जियों के दाम अब लोगों के बजट के पार चले गए हैं. ऐसे में उन्हें ये समझ में नहीं आ रहा है कि वे क्या खरीदें और क्या न खरीदें. अधिकतर लोगों को जरूरत से कम ही सब्जियां खरीदकर घर वापस जाना पड़ रहा है. लोगों ने बताया कि वे पहले की अपेक्षा आधी सब्जियां खरीद रहे हैं.
सब्जी बेच रहे शंकर और जनतीरा देवी बताती हैं कि नेनुआ थोक में 110 रुपए का 5 किलो है. 320 रुपए का 5 किलो परवर है. 300 का टमाटर 5 किलो खरीदी हैं. मिर्चा 320 रुपए का 5 किलो खरीदी है. भिण्डी 150 रुपए का 5 किलो है. सतपुतिया 300 रुपए का 5 किलो खरीदी हैं. 5 से 10 रुपए की मार्जिन पर बेच पाएंगी. आलू-प्याज के व्यापारी सोनू बताते हैं कि थोक में आलू 30 और फुटकर में 32 बिक रहा है. प्याज 22 रुपए थोक और फुटकर में 24 रुपए बिक रहा है. आलू कम हो गया है. बीज में जाएगा, यही वजह है कि दुकानदारी भी बेकार है.
सब्जी मण्डी के मालिक मनोज कुमार गुप्ता बताते हैं कि लॉकडाउन के कारण सब्जी मंडी बंद चल रही है. यही वजह है कि सड़क पर मंडी लगा रहे हैं. उन्होंने बताया कि कल से यहां मण्डी लगेगी. परमीशन मिल जाएगी. सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करना है. बाढ़ की वजह से काफी दाम बढ़े हैं. एक से डेढ माह में दाम घटेंगे. राजकुमार डालमिया बताते हैं कि आलू 32 और टमाटर 60 रुपए किलो लिए हैं. दाम डेढ़ा-दूना हो गया है. सब्जियां बाहर से आ रही हैं. एकाएक रेट बढ़े हैं. लोकल थोक व्यवसाइयों ने रेट बढ़ाए हैं. कुछ जगहों पर सस्ती है और यहां पर महंगी है. मनोज सब्जी लेने आए हैं. वे बताते हैं कि नेनुआ 30 रुपए, परवर और टमाटर 80 रुपए किलो लिए हैं. वे बताते हैं कि दाम काफी बढ़े हैं. बाढ़ की वजह से दाम बढ़े हुए हैं यही वजह है कि दाम बढ़े हैं. महंगाई की वजह से सब्जियों पर भी मार पड़ी है.