गोरखपुर: गोरक्षपीठ की गोशाला में मनाई गई गोपाष्टमी, गोमाता का पूजन-अर्चन कर स्वास्थ्य कामना की गई
गोरखपुरः गोरक्षपीठ की गौशाला में रविवार को गोपाष्टमी के अवसर पर पूजन-अर्चन का आयोजन किया गया. पशुपालन विभाग गोरखपुर की ओर से गोरखनाथ मंदिर की गोशाला में आयोजन किया गया. इस अवसर पर गोमाता के दूध से लेकर गोबर तक की उपयोगिता पर भी चर्चा की गई. गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ के उपस्थिति में पूजन-अर्चन का कार्यक्रम किया गया. इस अवसर पर गोशाला में रहने वाली गौमाता को पूजा-अर्चना के बाद माल्यार्पण कर गुण खिलाया गया.
गोरखनाथ मंदिर स्थित गौशाला में कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को गोपाष्टमी का पर्व मनाया गया. इस अवसर पर गोरखनाथ मंदिर की गौशाला में पूजा-अर्चन का कार्यक्रम आयोजित हुआ. गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ के नेतृत्व में मठ के पुरोहित रामनुज त्रिपाठी वैदिक ने मंत्रोच्चार कर विधि-विधान से पूजन को सम्पन्न कराया.
इसके बाद गौशाला में गाय और नवजात बछड़े को गुड़ खिलाने के उपरांत माला पहनाकर पूजा-पाठ किया गया. गौशाला परिसर में कलश और दीप जलाकर विधिवत पूजा के बाद हवन किया गया. रविवार को गोपाष्टमी के अवसर पर गोशाला परिसर में ही गाय के दूध और चावल से विशेष प्रकार का प्रसाद ‘जेवनार’ बनाया गया. गोइठा के आग पर हांडी में तैयार जेवनार प्रसाद सभी को वितरित किया गया.
इस अवसर पर गोरखनाथ मंदिर मठ के पुरोहित रामानुज त्रिपाठी वैदिक ने कहा कि हमारे चारो तरफ गाय ही गाय है. ऐसा उद्देश्य कर गौमाता का पूजा किया गया. गाय के दूध से निर्मित जेवनार बनाया गया. गोसंवाद का आयोजन किया गया. गोशांति के लिए गोशांति का पाठ किया गया. इसमें मंदिर के मुख्य लोगों के साथ अन्य साधु-संत उपस्थित रहे. गोपाष्टमी के दिन देश में जगह-जगह गोपूजन किया जा रहा है.
गोरखनाथ मंदिर के कार्यालय सचिव द्वारिका तिवारी ने गोपाष्टमी पर गौमाता के स्वस्थ होने की कामना करते हैं. गौ हमारी माता है. देश-धर्म से नाता है. ये कहावत चरितार्थ है. उन्होंने कहा कि हर घर में एक गाय होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि उसके दूध को उपयोग में लाना चाहिए. उन्होंने कहा कि गाय का गोबर और मूत्र यानी पंचगव्य को उपयोगी बताया गया है. उन्होंने अपील करते हुए कहा कि हर घर में एक गाय रखें और उसकी सेवा करें.
पशु चिकित्साधिकारी डा. संजय श्रीवास्तव ने कहा कि आज गोपाष्टमी के अवसर पर पशुपालन विभाग की ओर से पशु चिकित्सकों को एक अवसर मिला. गोरखनाथ मंदिर की गौशाला में पूजन में सम्मिलित होने का अवसर मिला. उन्होंने कहा कि कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को गोपाष्टमी मनाया जा रहा है. ऐसा माना जाता है कि गाय में 33 करोड़ देवी-देवता वास करते हैं. ऐसा माना जाता है कि गौपूजन से सारे पाप दूर होते हैं.
इस अवसर पर गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, मठ पुरोहित रामानुज त्रिपाठी वैदिक, कार्यालय सचिव द्वारिका तिवारी, विनय गौतम, पशुपालन विभाग गोरखपुर से डॉ बी पी सिंह, डॉ सरोज चौधरी, डॉ संजय सिंह, डॉ संजय श्रीवास्तव, भोजपुरी गायक राकेश श्रीवास्तव, प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, गौशाला के मान मोहम्मद, शिव सरवन यादव, शिव शंकर, धर्मेन्द्र, तथा गौसेवक राधे बाबा उपस्थित रहे.