गोरखपुर ऑक्सीजन की कमी से कोरोना संक्रमित की हुई मौत, परिजनों ने किया हंगामा
गोरखपुर: ललित नारायण मिश्रा रेलवे अस्पताल गोरखपुर में ऑक्सीजन की कमी की वजह से कोरोना संक्रमित मरीज की हुई मौत तो परिजनों ने अस्पताल के सामने हंगामा करना शुरू कर दिया।और रेलवे अस्पताल प्रशासन और जिला प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा की यहाँ कोई संसाधन नहीं है डॉक्टरों के लापरवाही गई है जान.
गोरखपुर शहर के कौवा बाग के पास स्थित रेलवे अस्पताल में कोविड सेंटर पिछले 4 दिन पहले बनाया गया था.जो संसाधन के अभाव से मात्र 1 दिन बाद बंद हो गया इस दौरान मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह का कहना था कि कोरोना के बढ़ते मरीजों की तादाद को देखते हुए बेड और बढ़ाई जाएगा.
लेकिन आज गोरखपुर के ललित नारायण मिश्र रेलवे अस्पताल 6 कोरोना संक्रमित मरीजो की मौत हो गई.
जिससे परिजनों ने हंगामा शुरू कर और रेलवे प्रशासन इस मामले में चुप्पी साध लिया.
गोरखपुर शहर के तिवारी के रहने वाले विजय कुमार बताते हैं कि बीते तीन दिन पहले मैं अपने मा आसा देवी को रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया था ऑक्सीजन की कमी थी . लेकिन मेरे मरीज को किसी भी तरह की ज्यादा कोई ऐसी परेशानी नहीं थी .इस दौरान कोविड वार्ड में भर्ती किया गया.आज तीसरा चौथा दिन है .डॉक्टर बोले कि रेमदेसीविर इंजेक्शन ले कर आइए हम रेमदेसीविर इंजेक्शन आपदा प्रबंधन कार्यालय पर लेने गए वहां पर घंटों इंतजार करते रहे लाइन में भी खड़े थे .लेकिन उसके बावजूद भी मुझे इंजेक्शन नहीं मिला और फिर बाद में सूचना आई की आपकी माता जी की डेथ हो गई.
जब यहां पर हम लोग आकर देखे तो मेरी माता जी के साथ साथ 6 लोगो की और डेथ हुई है.
जिनकी डेड बॉडी भी सामने रखी हुई है. जब इस बारे में डॉक्टर से पूछा जा रहा है तो कोई जवाब नहीं दे रहा है.
पूरी तरह से रेलवे प्रशासन की लापरवाही की वजह से ऐसा हुआ है ना ही पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की व्यवस्था है नहीं तो जो इंजेक्शन बाहर से मंगाया जा रहा है उस इंजेक्शन की यहां पर व्यवस्था है.
वहीं मौत के बाद परिजन रेलवे अस्पताल के बाहर हंगामा कर रहे पर कोई भी रेलवे स्वास्थ्य बिभाग का अधिकारी और सामने नही आ रहा है ना ही कोई जिम्मेदार कुछ बोल रहा है.
और डेड बॉडी को सील पैक कर परिजनों को अस्पताल के पीछे वाले रास्ते से सुपुर्द किया जा रहा है।