गोरखपुर के कोरोना फाइटर ये दरोगा आजकल खूब चर्चा में हैं, लोगों को सीखा रहे है सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ
गोरखपुरः वैश्विक महामारी कोरोना से पूरी दुनिया दो-चार हाथ कर रही है. ऐसे में अलग-अलग रूप में कोरोना फाइर्स जरूरतमंदों की मदद करते भी दिख रहे हैं. कोई सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ा रहा है. तो कोई जरूरतमंदों को सब्जी और राशन पहुंचा रहा है. सीएम सिटी में एक कोरोना फाइटर दारोगा जी आजकल खूब चर्चा में हैं. वे जरूरतमंदों को दोनों टाइम भोजन भी करा रहे हैं. वहीं उन्हे हाथ में माइक और स्पीकर लेकर हिन्दी और भोजपुरी भाषा में साफ-सफाई और सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ भी पढ़ा रहे हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में ये नजारा देखकर किसी का भी हाथ दारोगा जी के जज्बे को सलाम करने के लिए उठ जाएगा. ये दारोगा जी गोरखपुर के धर्मशाल चौकी के प्रभारी हैं. इनके नेतृत्व में दोनों टाइम का लंगर लगता है. जिसे कुछ जागरूक युवा कोरोना फाइटर्स संचालित करते हैं. इसमें व्यापारी, युवा, सोशल एक्टिविस्ट भी अपना सहयोग देते हैं. दोनों टाइम सोलश डिस्टेंसिंग के साथ कतार में बैठे गरीब और जरूरतमंदों को भोजन कराया जाता है. हर रोज दोनों समय 600 जरूरतमंद यहां पर भोजन करते हैं.
धर्मशाला चौकी इंचार्ज दारोगा धीरेन्द्र राय यहां पर एक ढाबानुमा बंद पड़े चाय-पानी की दुकान वाले के सहयोग से भोजन तैयार कराते हैं. यहां पर आने वाले जरूरतमंदों की लंबी कतार इनके सेवाभाव को भी दर्शाती है. ड्यूटी के साथ ही उन्हें खाना खिलाते समय वे हाथ में माइक और स्पीकर लेकर उन्हें हिन्दी और भोजपुरी में साफ-सफाई के साथ हाथ धुलने और सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने की अपील भी करते हैं. इसके अलावा वे उन्हें ज्यादा से ज्यादा घरों में रहने के लिए भी कहते हैं. यहां पर भोजन करने आने वाले लोग भी उनकी बताई बातों को ध्यान से सुनते हैं.
धर्मशाला चौकी इंचार्ज धीरेंद्र राय ने कहा कि लॉक डॉन की घोषणा होने के बाद से ही में यहां पर दोनो टाइम 600 लोगों को भोजन करा रहे हैं. यहां पर दूसरे शहरों से आकर फंसे लोगों को भी भोजन दिया जाता है. उन्होंने कहा कि जो भी भूखा है, उसे दो टाइम भोजन मिल जाए यही उनका उद्देश्य है. इसमें व्यापारी युवा और सिविल डिफेंस के लोग की मदद कर रहे हैं. इस दौरान में हिंदी और भोजपुरी में माइक लेकर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाते हैं.
यहां पर अपनी सेवा दे रहे युवा व्यापारी आलोक मित्तल बताते हैं कि मैं पहले दिन से ही यहां पर जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं. दरोगा धीरेंद्र राय का भी लोग साथ देते हैं. जब एक साथ इतने सारे लोग भोजन कर रहे होते हैं, तो उन्हें माइक लेकर सोशल डिस्टेंसिंग, साफ-सफाई के बारे में बताना काफी आसान होता है. ऐसे में लोग भी उनकी बातों को ध्यान से सुनते हैं और उस पर अमल करते हैं.
समाजसेवी और उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य जगनैन सिंह नीटू बताते हैं कि यहां पर हर रोज 600 लोगों को भोजन कराया जा रहा है. जरूरतमंद, मजदूर, गरीब और अन्य जिलों से आ करके फंसे हुए लोगों को यहां पर भोजन कराया जाता है. हर रोज 600 लोगों को भोजन कराया जा रहा है.