टेलीकॉम इंडस्ट्री पर कब्जा जमाने की तैयारी में गूगल:
जियो के बाद एयरटेल में बड़े निवेश की तैयारी, एयरटेल बोर्ड की बैठक रविवार को
भारत में गूगल की निवेश की एक और बड़ी तैयारी है। खबर है कि गूगल भारती एयरटेल में निवेश की योजना बना रही है। उधर, भारती एयरटेल ने पैसा जुटाने के लिए रविवार को बोर्ड मीटिंग बुलाई है। माना जा रहा है कि इसमें बड़ी घोषणा हो सकती है।
इससे पहले गूगल कंपनी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की टेलीकॉम कंपनी जियो में पिछले साल जुलाई में 33,737 करोड़ रुपए का निवेश की थी।
शेयर 594 रुपए पर बंद
भारती एयरटेल का शेयर शुक्रवार को 1% से ज्यादा बढ़त के साथ 594 रुपए पर बंद हुआ था। इससे पहले फरवरी में एयरटेल ने करीबन 9 हजार करोड़ रुपए की रकम जुटाई थी। कंपनी रविवार को होने वाली मीटिंग में डेट और इक्विटी से पैसा जुटाने की योजना पर विचार करेगी। डेट मतलब बैंकों या अन्य फाइनेंशियल संस्थान से कर्ज लेगी। जबकि इक्विटी में शेयर बेचकर पैसे जुटा सकती है।
1.7 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है एयरटेल पर
एयरटेल के ऊपर कुल 1.7 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है। जबकि गूगल भारत में डिजिटाइजेशन में बड़े निवेश की योजना बना रही है। भारत में तीन टेलीकॉम कंपनियों जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया में सबसे बुरी हालत वोडाफोन आइडिया की है। इसके ऊपर 1.92 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है। साथ ही यह तिमाही आधार पर 7 हजार करोड़ रुपए घाटे में है।
हजारों करोड़ का निवेश कर सकती है
खबर है कि जियो की मुख्य प्रतिद्वंदी कंपनी एयरटेल गूगल में हजारों करोड़ रुपए का निवेश कर सकती है। इस मामले में गूगल ने एयरटेल के साथ बातचीत की है। गूगल को जियो की तुलना में एयरटेल में कम वैल्यूएशन पर हिस्सा मिल सकता है। जियो में गूगल ने 4.36 लाख करोड़ रुपए के वैल्यूएशन पर निवेश किया था। गूगल का एयरटेल में निवेश हो जाता है तो वह भारतीय टेलीकॉम इंडस्ट्री में एक अलग ही प्लेयर हो जाएगी।
इनडायरेक्ट कब्जे की तैयारी
भले ही गूगल सेवा देने या किसी और फील्ड में डायरेक्ट न हो, पर इनडायरेक्ट वह टेलीकॉम में एक बड़े हिस्से पर काबिज रहेगी। गूगल इन दोनों कंपनियों में हिस्सेदारी के साथ जियो का फोन भी बना रही है जो मैन्युफैक्चरिंग के सेक्टर में बड़ा कदम है। गूगल इस फोन को भी जियो की पार्टनरशिप में ही तैयारी कर रहा है। इस फोन को 10 सितंबर को लॉन्च किया जाएगा। इस फोन की कीमत 3,500 रुपए से ज्यादा हो सकती है।
टैरिफ बढ़ा सकती हैं कंपनियां
आने वाले समय में सभी तीनों कंपनियां टैरिफ बढ़ाने की योजना में हैं। हालांकि बेसिक टैरिफ में एयरटेल और वोडाफोन पहले ही बढ़त कर चुकी हैं। 49 रुपए महीने का जो बेसिक रिचार्ज था, वह दोनों कंपनियों ने बंद कर दिया है। एयरटेल की फंड जुटाने की योजना पर ग्लोबल ब्रोकरेज हाउस जेफरीज ने कहा है कि यह उसके लिए एक पॉजिटिव कदम हो सकता है।
एयरटेल के शेयर को लेकर ब्रोकरेज हाउसों का लक्ष्य है कि यह आगे तेजी के रुझान में रह सकता है। हालांकि जेफरीज ने कहा है कि एयरटेल द्वारा अचानक पैसा जुटाने की योजना चौंकाने वाली है। क्योंकि उसे निकट समय में कोई ऐसा पेमेंट नहीं करना है, जिससे उसे पैसे की जरूरत पड़े।