Google Map ने दिया धोखा, रेलवे ट्रैक पर फंसी कार.. फिर पटरी हिली, ज़मीन कांपी और आ गई ट्रेन

ट्रेन पायलट ने लगाया इमरजेंसी ब्रेक, लेकिन नहीं टल सका हादसा

उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। बुधवार रात को झांसी-मानिकपुर रेलवे ट्रैक पर मगरपुर रेलवे स्टेशन के पास एक कार रेलवे ट्रैक पर फंस गई। कार में सवार तीन लोग जैसे-तैसे बाहर निकलकर भागे, लेकिन इसी दौरान एक ट्रेन आ गई और कार को जोरदार टक्कर मार दी। ट्रेन पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकने की कोशिश की, लेकिन हादसा नहीं टल सका।

ड्राइवर ने गूगल मैप को ठहराया हादसे का जिम्मेदार

इस हादसे के बाद ड्राइवर रविंद्र गुर्जर ने चौंकाने वाला बयान दिया। उसका कहना है कि वह गूगल मैप की मदद से ललितपुर जा रहा था, लेकिन गलत लोकेशन दिखने की वजह से गाड़ी सीधे रेलवे ट्रैक पर पहुंच गई। कार ट्रैक की गिट्टियों में फंस गई और फाटक न होने की वजह से ट्रेन के आने का अंदाजा नहीं लग सका।

पुलिस ने नंबर प्लेट से किया पहचान, ड्राइवर पर मुकदमा दर्ज

पुलिस ने कार की नंबर प्लेट के आधार पर गाड़ी मालिक की पहचान की। जानकारी के अनुसार, कार ललितपुर निवासी हेमंत साहू, तालबेहट निवासी अनुतेंद्र सिंह और ड्राइवर रविंद्र गुर्जर सवार थे। सकरार थाना प्रभारी अमीराम सिंह ने बताया कि घटना रात करीब 12 बजे की है।

मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह के अनुसार, ड्राइवर रविंद्र तोमर ने रेलवे के नियमों का उल्लंघन करते हुए अवैध रूप से पटरी पार की, जो रेलवे एक्ट के तहत दंडनीय अपराध है। इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

गूगल मैप से पहले भी हो चुके हैं जानलेवा हादसे

यह पहला मामला नहीं है जब गूगल मैप की गलती से हादसा हुआ हो। इससे पहले भी देशभर में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें गूगल मैप द्वारा गलत रास्ता बताने के कारण वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं और कई बार लोगों की जान तक जा चुकी है। यह घटना एक बार फिर इस बात की ओर इशारा करती है कि तकनीकी सुविधाओं पर पूरी तरह निर्भरता कई बार जानलेवा साबित हो सकती है।

यह घटना न सिर्फ गूगल मैप की तकनीकी खामी की ओर इशारा करती है, बल्कि रेलवे फाटकों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती है। जरूरत है कि ऐसी दुर्घटनाओं से सीख लेकर प्रशासन और तकनीकी कंपनियां मिलकर सुरक्षा उपायों को और मजबूत करें।

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