यूपी में सड़कों पर नहीं पढ़ी जाएगी अलविदा जुमे की नमाज, जानें क्या है वजह
ADG कानून-व्यवस्था ने कहा कि अलविदा जुमे की नमाज और ईद के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए
लखनऊ. लाउडस्पीकर विवाद के बीच यूपी सरकार ने एक बड़ी पहल की है। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतरे जा रहे हैं। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि ध्वनि प्रदूषण को लेकर जारी निर्देशों का सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है। प्रशांत कुमार ने कहा कि ”अब तक 22,000 लाउडस्पीकर हटाए जा चुके हैं जबकि 42 हजार लाउडस्पीकरों की आवाज कम कराई गई है। इसमें सबसे बड़ी बात है कि लोगों ने अपनी मर्जी से ये किया है। सभी धर्म गुरुओं ने भी इस आदेश का स्वागत किया है।” ADG कानून-व्यवस्था ने कहा कि अलविदा जुमे की नमाज और ईद के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। वहीं सभी धार्मिक स्थलों के अंदर ही अनुष्ठान करने होंगे। उन्होंने कहा कि सड़क पर धार्मिक अनुष्ठान की इजाजत नहीं होगी।
बता दे कि प्रशांत कुमार ने कहा किअयोध्या में माहौल बिगाड़ने की कोशिश हुई जिसका खुलासा हो गया है। इस मामले में अयोध्या पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तय मानकों के अनुरूप ही धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के इस्तेमाल की बात कही थी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश है कि किसी भी नए धार्मिक स्थल पर लाउडस्पीकर नहीं लगेंगे। जहां पहले से लगे हैं वहां भी आवाज परिसर से बाहर न जाये। इसके अलावा धर्मगुरुओं से बातचीत कर आपसी सहमति से लाउडस्पीकर उतरवाने और आवाज कम करवाने के निर्देश भी दिए थे। जिसके बाद एक्शन में आई पुलिस ने यह अभियान चलाया है।
पुलिस कमिश्नरों ने दिए ये निर्देश
इससे पहले अपर मुख्य सचिव गृह अवस्थी ने पुलिस अफसरों और कमिश्नरेट वाले जिलों के पुलिस कमिश्नरों को निर्देश दिया है कि धर्मगुरुओं से संवाद कर अवैध लाउडस्पीकर को हटवाया जाए। साथ ही जो वैध हैं उनकी आवाज के निर्धारित मानक का अनुपालन सुनिश्चित की जाए। उन्होंने 10 मार्च 2018 और 4 जनवरी 2018 के शासनादेश का हवाला देते हुए कहा है कि नियमों का पालन सुनिश्चित हो। साथ ही यह भी कहा गया है कि ऐसे धर्मस्थलों की सूची तैयार की जाए जहां नियमों की अनदेखी की जा रही है।