अमृतसर में खाना खाकर रात साढ़े 10 बजे ई-रिक्शा पर होटल जा रही कोलकाता की महिला से झपटमारी
दीवाली पर अमृतसर की रौनक देखने और दरबार साहिब में माथा टेकने के लिए आ रहे टूरिस्टों को स्नैचर निशाना बना रहे हैं। पुलिस और कचहरी के चक्करों के चलते टूरिस्ट रिपोर्ट नहीं करते। जिसके चलते स्नैचरों के लिए टूरिस्ट आसान टारगेट हैं। सैलानियों के अलावा भी रोजाना तीन से अधिक मामले स्नैचिंग के सामने आ रहे हैं, लेकिन आरोपियों के पकड़े जाने की संख्या 50 प्रतिशत है।
कोलकाता की रहने वाले टांड्रा दत्ता भी अपने परिवार के साथ दरबार साहिब में माथा टेकने के लिए आई थीं। लेकिन स्नैचरों ने इनसे भी स्नैचिंग कर डाली। टांड्रा ने बताया कि वह अमृतसर घूमने और दरबार साहिब में माथा टेकने के लिए आई थी। उन्होंने शेरां वाला गेट स्थित अंचित होटल में कमरा ले रखा था।
रात काे 10.25 बजे के करीब वह डिनर करके ई-रिक्शा से वापस होटल आ रहे थे। शेरां वाला गेट के पास पहुंचे ही थे कि दो बाइक सवार आए और उनका पर्स छीन कर फरार हो गए। पर्स में 20 हजार रुपए के अलावा आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक चेकबुक, एटीएम और मोबाइल था, जिन्हें झपटमार साथ ले गए।
250 केस में से सिर्फ 100 केस ट्रेस
पुलिस के डर से अधिकतर केस थानों में रिपोर्ट नहीं होते हैं। जितने भी केस रिपोर्ट होते हैं, उनमें से 50 प्रतिशत से अधिक ट्रेस ही नहीं हो पाते। अक्टूबर तक 250 के करीब स्नैचिंग के मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन 100 केस भी पूरे ट्रेस नहीं हो पाए हैं। यहीं अगर साल 2020 की बात करें तो 312 मामले रिपोर्ट हुए थे, जिनमें से 188 केस ही ट्रेस हो पाए थे।
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