सोना तस्करी मामला: केरल के पूर्व प्रमुख सचिव एम शिवशंकर को 7 दिन की ईडी हिरासत में भेजा
नई दिल्ली। केरल सोना तस्करी मामले में कोच्चि के सत्र न्यायाधीश ने केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के पूर्व प्रमुख सचिव एम शिवशंकर को गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की सात दिन की हिरासत में भेज दिया। इससे पहले ईडी की आर्थिक अपराध शाखा ने शिवशंकर को कोर्ट में पेश कर 14 दिन की हिरासत मांगते हुए बताया कि राजनयिक चैनलों के माध्यम से राज्य में सोने की तस्करी से जुड़े धन शोधन मामले में शिवशंकर 5वां आरोपित है।
उल्लेखनीय है कि ईडी अदालत के आदेश पर बुधवार को केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के पूर्व प्रमुख सचिव एम शिवशंकर को कोच्चि के कार्यालय में लाकर पूछताछ की थी। इससे पहले केरल उच्च न्यायालय ने ईडी और सीमा शुल्क विभाग द्वारा जांच की जा रही मामलों के संबंध में शिवशंकर को अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया था। आज गुरुवार को ईडी ने शिवशंकर को सत्र न्यायाधीश कोच्चि की अदालत में पेश किया। ईडी ने कोर्ट को बताया कि शिवशंकर और मुख्य आरोपित स्वप्ना सुरेश के बीच व्हाट्सएप चैट से पता चला है कि उसने शिवशंकर से टर्मिनल प्रबंधक, हवाई अड्डा प्राधिकरण, सीमा शुल्क प्राधिकरण से हवाई अड्डे पर कुछ काम के लिए और सीमा शुल्क अधिकारियों द्वारा जांच के बिना राजनयिक सामान की निकासी के लिए हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।
ईडी ने अदालत को बताया कि शिवशंकर ने एक वरिष्ठ सीमा शुल्क अधिकारी से बात करना स्वीकार किया है, जो उसने स्वप्ना सुरेश के अनुरोध पर किया था। यह बातचीत स्वप्ना द्वारा किए गए अपराध में शिवशंकर की सक्रिय भागीदारी को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। यह बातचीत सार्वजनिक कार्यालय के दुरुपयोग और आधिकारिक कामकाज में हस्तक्षेप करने के लिए भी है।
ईडी ने बताया कि व्हाट्सएप चैट का विश्लेषण इस तथ्य का भी संकेत हैं कि शिवशंकर ने अपनी आधिकारिक क्षमता में, अन्य राजनयिक कारगो की निकासी के लिए बुलाया होगा, जिसमें सोने की तस्करी भी शामिल थी। क्योंकि कोई भी यह नहीं बता सकता था कि इस तरह के राजनयिक बैग के अंदर क्या है। ईडी की जांच में पाया गया है कि शिवशंकर की मदद से 2019 और 2020 के बीच 21 खेप भेजी गई थी। इससे स्पष्ट है कि शिवशंकर तस्करी के इस अपराध में संलिप्त रहे हैं। यहां तक कि शिवशंकर ने जान-बूझकर अपराध की कार्यवाही से जुड़ी गतिविधियों में सहयोग किया और इस अपराध को अंजाम दिया।
अदालत में ईडी ने बताया, “यह स्पष्ट है कि शिवशंकर की मुख्य आरोपित स्वपना की रुचि में रुचि है। एनआईए की जांच में भी यह बात स्पष्ट हो चुकी है कि मुख्य आरोपित स्वप्ना के लॉकर से जो जब्ती की गई है, उस अपराध की कार्यवाही में भी शिवशंकर शामिल है और यह भी संभव है कि अपराध की कार्यवाही को शिवशंकर ने ही अंजाम दिया हो।”
सत्र न्यायाधीश कोच्चि ने प्रर्वतन निदेशालय की दलीलें और मौजूद सबूतों को देखने के बाद सोने की इस तस्करी मामले में केरल के पूर्व प्रमुख सचिव एम शिवशंकर को 7 दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया है। ईडी की आगे की कार्रवाई जारी है।