राजस्थान के कोटा में छात्रा ने लगाई फांसी, मचा हड़कप..
राजस्थान –विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, दुनिया में हर साल 7 लाख से ज्यादा लोग सुसाइड करते हैं।यानी, जितने लोग मलेरिया, ब्रेस्ट कैंसर, एचआईवी से नहीं मरते, उससे ज्यादा सुसाइड से मर जाते हैं। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि 15 से 29 साल के युवाओं में मौत की चौथी सबसे बड़ी वजह आत्महत्या है।
लेकिन राजस्थान पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक़, कोटा में पिछले पांच साल में 73 छात्रों ने आत्महत्या की है, जिनमें इस साल के पांच छात्र भी शामिल हैं। आत्महत्या करने की यह दर, राष्ट्रीय औसत से कहीं ज़्यादा है।ऐसा ही मामला राजस्थान के कोटा में बिहार की रहने वाली 19 वर्षीय छात्रा शेम्बुल परवीन द्वारा फांसी लगाकर जान देने का मामला सामने आया है। छात्रा एक साल से यहां रहकर नीट-यूजी की तैयारी कर रही थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिवारवालों के हवाले कर दिया है। पुलिस को छात्रा के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
जानकारी के मुताबिक मामला बसंत विहार इलाके का है। कोटा पुलिस ने बताया कि शेम्बुल परवीन, बिहार के पश्चिम चंपारण जिले की रहने वाली थी। एक निजी कोचिंग में दाखिला लेने के बाद जून 2022 से कोटा में रह रही थी। पुलिस ने बताया कि छात्रा ने अपने हॉस्टल के कमरे में पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली। साथियों ने बताया कि उसके परिवार वाले 10 मार्च को कोटा आए थे। वे उसके लिए किसी दूसरे हॉस्टर में शिफ्ट करने वाले थे।