गिरिराज की चेतावनी: ‘डराने से तुम भी डरोगे’
गिरिराज सिंह हाल ही में अररिया जिला में हिंदू स्वाभिमान यात्रा के तहत एक होटल परिसर में सभा को संबोधित कर रहे थे।
गिरिराज सिंह की चेतावनी: अररिया में मुसलमानों को संबोधित
हिंदू स्वाभिमान यात्रा का हिस्सा
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह हाल ही में अररिया जिला में हिंदू स्वाभिमान यात्रा के तहत एक होटल परिसर में सभा को संबोधित कर रहे थे। इस यात्रा का उद्देश्य हिंदू समुदाय को एकजुट करना और उनकी चिंताओं को उजागर करना है।
मुसलमानों के लिए चेतावनी
सभा के दौरान गिरिराज सिंह ने मुसलमानों को सीधे चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “हमें डराते-डराते तुम भी कल डरोगे।” यह बयान रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के संदर्भ में था। उन्होंने यह दावा किया कि ये घुसपैठिये एक दिन मुसलमानों के लिए भी खतरा बन सकते हैं।
बांग्लादेशी और रोहिंग्या पर गंभीरता
गिरिराज ने अररिया के लोगों से आह्वान किया कि वे अपनी ज़मीन कभी भी बांग्लादेशी और रोहिंग्या को न बेचें। उन्होंने कहा, “यदि वे अधिक कीमत भी दें, तो भी उन्हें न दें।” उनका यह बयान यह दर्शाता है कि वे स्थानीय लोगों को इन घुसपैठियों से अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक करना चाहते हैं।
संगठित रहने की अपील
केंद्रीय मंत्री ने हिंदू समुदाय से कहा कि वे संगठित रहें और सचेत रहें। उन्होंने यह भी कहा कि एकजुटता ही उनकी सुरक्षा का सबसे बड़ा साधन है। गिरिराज ने लोगों को प्रेरित करते हुए कहा कि केवल संगठित रहकर ही वे अपनी परंपराओं और संस्कृति की रक्षा कर सकते हैं।
प्रतिक्रिया और विवाद
गिरिराज सिंह के इस बयान ने विभिन्न समुदायों में प्रतिक्रिया उत्पन्न की है। कुछ लोगों ने इसे भड़काऊ करार दिया है, जबकि कई ने इसे सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना है। उनकी बातें राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, जो आगामी चुनावों में मुद्दा बन सकती हैं।
Sanjay Raut का सब्र टूटा – ‘त्याग करना पड़ता है’,कांग्रेस का जवाब??
गिरिराज सिंह का यह बयान हिंदू स्वाभिमान यात्रा के दौरान मुस्लिम समुदाय को एक विशेष संदर्भ में चेतावनी देता है। उनके शब्द स्थानीय लोगों को जागरूक करने और संगठित रहने की प्रेरणा देने के लिए हैं। इस तरह के बयान राजनीतिक विमर्श में नई परतें जोड़ते हैं और सामाजिक ध्रुवीकरण की स्थिति को भी जन्म देते हैं। सभी की नजरें इस पर हैं कि यह बयान आगे किस दिशा में जाता है।