Gazipur Border पर पूरी रात रहा तनाव! पुलिस वालों और किसानों का हुआ आमना-सामना
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गुरुवार शाम से ही गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) पर तनाव की स्थिति बन गई थी। एक तरह पड़ोसी जिले के जिलाधिकारियों ने प्रशासन को गाजीपुर बॉर्डर को खाली कराने का आदेश दे दिया था। दूसरी तरफ भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आंदोलन की स्टेज को खाली करने से मना कर दिया। जिसके बाद महौल मे तनाव पैदा हो गया। शाम से ही बड़ी संख्या में सीमा पर पुलिस और रेपिड एक्शन फोर्स के अपनी-अपनी कंपनियां आना शुरु हो गई थी।
किसान नेता हुए भावुक
वहीं दूसरी तरफ किसान नेता राकेश टिकैत ने भावुक होते हुए कहा था कि वह आंदोलन स्थल को नहीं छोड़ेगे चाहे उन्हें यहां जान ही क्यों न देनी पड़ जाए। टिकैत ने पुलिस की कार्यवाही को देखते हुए भी अनशन का ऐलान तक कर दिया था। उन्होंने कहा था कि यह किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है। वह कहते हैं कि सरकार जबरजस्ती किसानों को को हटाना चाहती है वह यहां फांसी लगा लेंगे मगर यहां से हटेंगे नहीं। उन्होंने गिरफ्तारी वाली अफवाहों को खारिज करते हुए कहा था कि मुझे पता है मैने अगर गिरफ्तारी दी तो मेरे और मेरे साथियों के साथ क्यो होगा।
रैपिड एक्शन फोर्स को किया तैनात
बताया गया था कि शाम को रैपिड एक्शन फोर्स के जवानो को देखकर महौल तनावपूर्ण हो गया था, लोग अपने बैग पैक करके उन्हें ट्रकों में रख रह थे। पुलिस भी टिकैत के स्टेज तक पहुंच गई थी। जिसके बाद टिकैत ने अपने गांलों और अन्य लोगों को वापस धरना स्थल पर आने के लिए कहा था। टिकैत के आंखो में आंसू देखकर देर रात लोग उनका समर्थन करने के लिए उत्तरप्रदेश के अलग-अलग गांव से आने लगे और आंदोलन में एक बार फिर से जान आ गई।