आउटसोर्सिंग स्वास्थ्य कर्मियों संबंधी ज्ञापन दिया
उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के दौरान उपनल और पी.आर.डी.के माध्यम से राजकीय दून मेडिकल काॅलेज एवं चिकित्सालय देहरादून सहित अन्य चिकित्सकीय संस्थानों में कार्यरत आउटसोर्सिंग स्वास्थ्य कर्मियों की समस्याओं के संबंध में मुख्य सचिव ओमप्रकाश को एक ज्ञापन सौंपा है। सिंह ने कहा कि सभी प्रशिक्षित कर्मचारी कोरोना महामारी के दौरान बिना अपनी तथा अपने परिवार के स्वास्थ्य की परवाह किये निरंतर अपनी सेवाएं देते रहे हैं तथा अपने पदों के अनुरूप अनुभव प्राप्त हैं। राज्य सरकार द्वारा आउट सोर्स के माध्यम से विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारियों को निरंतर बनाये रखने की भी पूर्व में निर्णय लिया गया है जिसके विपरीत इन कर्मचारियों को हटाया जाना तर्क संगत नहीं है। उन्होंने कहा कि उपरोक्त सभी कर्मचारी गरीब परिवारों से सम्बन्धित हैं तथा लम्बे समय से अपनी सेवाएं पूरी निष्ठा से विभाग को देते आये हैं। इस प्रकार सेवा से हटाये जाने से उनके परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राज्य में पहले से बेरोजगारी के आंकडे बहुत बढ़ चुके हैं। अब इन कर्मचारियों को रोजगार से हटा कर इस आंकड़े में और इजाफा किया जा रहा है जो कि न तो तर्क संगत है और न न्याय संगत। उन्होंने कोरोना के दौरान आउट सोर्सिंग (उपनल/पी.आर.डी.) के माध्यम से राजकीय दून मेडिकल काॅलेज एवं चिकित्सालय देहरादून सहित अन्य चिकित्सकीय संस्थानों में कार्यरत सभी कर्मचारियों की नियुक्ति यथावत रखे जाने की मांग की।
मुख्य सचिव ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया कि अगामी तीन माह तक इन कर्मचारियों को यथावत रखने के निर्देश जारी किये जा रहे हैं।
प्रतिनिधि मण्डल में पूर्व विधायक राजकुमार, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, प्रदेश सचिव सीताराम नौटियाल, गिरीश पुनेड़ा, नवीन सिंह पयाल आदि शामिल थे।