CA टॉपर गरिमा ने कैसे दूर किया स्ट्रेस
हर दिन 14 घंटे पढ़ाई से थक जाती थी; स्ट्रेस फ्री रहने के लिए माता-पिता से बात करती थी, पेड़-पौधों को देखने से मिलती थी पॉजिटिव एनर्जी
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के नतीजे आ गए हैं। गरिमा कोठारी ने 800 में से 586 अंक हासिल कर देशभर में 8वीं रैंक हासिल की है।
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) ने सोमवार काे सीए फाइनल और फाउंडेशन (जुलाई) 2021 के नतीजे घोषित कर दिए। इसमें जयपुर के 1176 में से 405 स्टूडेंट्स पास हुए हैं। इनमें गरिमा कोठारी ने 800 में से 586 अंक हासिल कर देशभर में 8वीं रैंक हासिल की है।
गरिमा मूल रूप से जयपुर के बनीपार्क की रहने वाली है। फिलहाल गरिमा मुंबई में अपने परिवार के साथ हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई जयपुर के इंस्टिट्यूट से ही की है। गरिमा ने बताया कि स्टूडेंट्स सीए की पढ़ाई को काफी मुश्किल समझते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। अगर हम हर दिन लगातार मेहनत कर अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़े तो किसी भी मुकाम पर पहुंचना मुमकिन है। गरिमा ने बताया कि उनके पिता रमेश कोठारी सीए और सीएस हैं। भाई गौरव कोठारी भी सीए है। इस वजह से तैयारी में पिता और भाई दोनों ने गरिमा की काफी मदद की।
हर दिन 12 से 14 घंटे करती थी पढ़ाई
गरिमा ने बताया कि सीए एग्जाम के लिए रेगुलर स्टडी काफी जरूरी है। ऐसे में वह पिछले लंबे वक्त से 12 से 14 घंटे तक हर दिन पढ़ाई करती थी।
ऐसे दूर किया पढ़ाई का स्ट्रेस और थकान
उन्होंने बताया कि पढ़ाई में जब उन्हें थकान या परेशानी होती तो वह अपने घर में ही पांच 5 मिनट की वॉक करती थीं।इसके साथ ही गरिमा माता-पिता से बातचीत कर खुद को स्ट्रेस फ्री रखती थी। मांता-पिता भी गरिमा को मोटिवेट करते थे।कई बार लगातार पढ़ाई की वजह से उनकी आंखों में भी दर्द होता था। ऐसे में ही खुद को तरोताजा महसूस कराने के लिए वह पेड़-पौधों को देखती थी। ताकि आंखों के साथ मन और मस्तिष्क को खुश और फिट रखा जा सके। हरियाली से पॉजिटिव एनर्जी मिलती है।