भ्रष्टाचार के मामले में गोंडा के बीएसए निलंबित
गोंडा, उत्तर प्रदेश में गोंडा जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी को अंतर्जनपदीय शिक्षक ट्रांसफर रिलीविंग वसूली मामले में राज्यपाल के आदेश पर अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दिये हैं ।
अधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को कहा कि अंतर्जनपदीय शिक्षक ट्रांसफर रिलीविंग वसूली मामले में प्रकाश मे आयी बीएसए की संदिग्ध भूमिका की जांच के लिये जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही द्वारा लिखे पत्र को संज्ञान मे लेकर मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक लखनऊ मण्डल क़ो पूरे मामले की जांच सौंपी। प्राथमिक जांच में पाया गया कि जनपद गोण्डा मे शिक्षका के अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण के उपरान्त उनके रिलीविंग में सम्बन्धित शिक्षकों से अवैध रूप से धनराशि की वसूली की गयी ।
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अध्यापकों को कार्यमुक्त किये जाने सम्बन्धी पत्रावली जानबूझ कर समय से तैयार नहीं की गयी तथा अनावश्यक रूप से विलम्ब कर धनराशि की वसूली का आधार तैयार किया गया।
खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से प्राप्त पत्रावलियो का जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में किसी रजिस्टर पर दर्ज नही होने के साथ सम्बन्धित कार्यवृत्त बिना डिस्पैच नम्बर के जारी किया गया है। इसके अलावा 1085 अध्यापकों के सापेक्ष 400 अध्यापकों को कार्यमुक्त किया गया ।
लापरवाही बरतने के आरोप में राज्यपाल की संस्तुति पर सरकार ने बीएसए को निलंबित कर दिया । उन्होंने कहा कि इस सिलसिले मे वजीरगंज ब्लाक मे तैनात खंड शिक्षा अधिकारी ममता सिंह समेत चार शिक्षकों पर भी गाज गिर चुकी है।