जानिए पूरी प्लानिंग के साथ कैसे हुआ विकास दुबे का एनकाउंटर !
आपको बता दें कि विकास दुबे की कहानी अब खत्म हो चुकी है और यह कहानी यूपी 70 एजी 3497 से में खत्म हुई, पुलिस के अनुसार विकास दुबे को कल शाम 7:00 बजे यूपी एसटीएफ उज्जैन से ला रही थी और कानपुर से पहुंचने से कुछ किलोमीटर पहले ही यूपी एसटीएफ की गाड़ी यूपी 70 AG 3497 डिवाइडर से लड़ कर पलट जाती है मगर सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर किस तरीके से पुलिस की गाड़ी पलट गई और विकास दुबे उस गाड़ी के अंदर से निकलकर और पुलिस की पिस्टल लेकर पुलिस के ऊपर ही फ़ायर कर देता है और जवाबी कार्रवाई में मार गिराया जाता है मगर कुछ सवाल है जो इस तरफ इशारा करते हैं कि यह इनकाउंटर क्या प्री प्लान था
जी हां पहला सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर जब पहली खबर आइ कि उसे विशेष विमान से एमपी से यूपी लाया जाएगा, तो क्या फिर यह यूपी पुलिस के प्लान में फिट नहीं हो रहा था ? तो इस वजह से उसे बाय रोड लाया गया ?
यूपी पुलिस और यूपी एसटीएफ की कई सारी गाड़ियां काफिले में थी मगर वही गाड़ी क्यों पलटी जिसमें विकास दुबे था ?
क्या विकास दुबे के साथ इतनी फोर्स नहीं थी कि वह उसको जिंदा पकड़ सके ?
सूत्रों की मानें तो विकास दुबे पहले पुलिस काफिले में मौजूद टाटा सफारी स्ट्रोम में था, फिर उसे इन काउंटर से कुछ देर पहले ही टीयूवी 300 Up 70 AG 3497 में बैठाया गया
क्या पुलिस वह सब राज जान चुकी है जो विकास दुबे के पीछे थे और विकास को लगातार संरक्षण दे रहे थे ? राजनीतिक और प्रशासनिक रूप से और उनका नाम सामने कब आएगा ?
जो यूपी एसटीएफ के जवान घायल हुए हैं वह कहां है और उनकी तस्वीर पुलिस क्यों नहीं जारी की ?
इस तरीके के कई सारे सवाल उठ खड़े हुए हैं विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद कि क्या यह पूरी तरीके से कोई प्लान इन काउंटर था ?
क्या विपक्ष जो आरोप लगा रहा है उत्तर प्रदेश पुलिस और सरकार के ऊपर की उन लोगों को भी बचाने की कोशिश की जा रही है जो विकास दुबे को के पीछे थे और उसको लगातार संरक्षण दे रहे थे ?
अब देखना यह होगा कि इस तरीके के सवालों का उत्तर प्रदेश सरकार और यूपी की पुलिस क्या जवाब देती है।