दिल्ली-उत्तराखंड से लेकर देश के इन इलाकों में अभी और होगी बारिश, जानें मौसम का हाल
भारतीय मौसम विज्ञान (आईएमडी) विभाग ने आने वाले दिनों में देश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। मानसून के भारत के कई हिस्सों से विदा होने के बावजूद दिल्ली, उत्तराखंड और केरल में बीते कुछ दिनों में भारी वर्षा हुई है। दक्षिणी अरब सागर में बने एक निम्न दबाव वाले क्षेत्र और बादल फटने की छोटी घटनाओं को इस बारिश के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली से लेकर उत्तराखंड और केरल-बंगाल में आज भी बारिश होगी।
आईएमडी के मुताबिक, अक्टूबर में राष्ट्रीय राजधानी 94.6 मिलीमीटर बारिश की गवाह बनी। यह 1960 के बाद अक्टूबर में दिल्ली में हुई सर्वाधिक बारिश है। इससे पहले, यहां सितंबर में 1944 के बाद सबसे ज्यादा पानी बरसने का रिकॉर्ड बना था। वहीं, उत्तराखंड को मूसलाधार बारिश का सामना करना पड़ रहा है। इस कारण राज्यभर से भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं। तीन प्रमुख सड़कों के भूस्खलन से अवरुद्ध होने के कारण नैनीताल का संपर्क राज्य के बाकी हिस्सों से लगभग कट चुका है। उत्तराखंड में बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से कम से कम 16 लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को चारधाम यात्रा अस्थाई रूप से रोकने के आदेश जारी करने पड़े हैं।
आईएमडी के अनुसार, उत्तराखंड में अगले तीन दिन भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। वहीं, उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में इसकी तीव्रता में कमी देखने को मिलेगी। वहीं, बुधवार से बंगाल की खाड़ी से चलने वाली पूर्वी हवाओं के दोबारा मजबूत होने का अनुमान है। इससे केरल को तीन से चार दिनों के लिए एक बार फिर भारी बारिश से जूझना पड़ सकता है। राज्य में बीते सप्ताहांत हुई भारी बारिश 27 लोगों की जान ले चुकी है। वहीं, जलस्तर में भारी वृद्धि के चलते दस बांधों के लिए रेड अलर्ट जारी करना पड़ा है। अतिरिक्त पानी की निकासी के लिए दो बांधों के दरवाजे भी खोल दिए गए हैं, जिससे कई नदियों का जलस्तर बढ़ना तय है। पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में भी भारी बारिश का अनुमान है।
बंगाल में और वर्षा के आसार, दार्जिलिंग तथा कलिम्पोंग में बाढ़ की आशंका
मौसम विभाग ने मंगलवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में बृहस्पतिवार सुबह तक भारी बारिश जारी रहने के आसार हैं। हालांकि, राज्य के दक्षिणी हिस्से में गंगा घाटी के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र बिहार की ओर स्थानांतरित हो गया है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बुधवार सुबह तक दार्जिलिंग, कलिम्पोंग और अलीपुरद्वार में अत्यधिक भारी वर्षा होने तथा सभी उप-हिमालयी जिलों में बृहस्पतिवार तक बारिश होने की चेतावनी दी है। विभाग ने बृहस्पतिवार सुबह तक राज्य के सभी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई है।
विभाग के अनुसार, कलिम्पोंग जिले के झालोंग में मंगलवार सुबह 8.30 बजे तक 24 घंटे की अवधि के दौरान 200 मिमी बारिश हुई। इस अवधि के दौरान जिन अन्य स्थानों पर भारी बारिश हुई, उनमें दार्जिलिंग में 170 मिमी, पेडोंग और सुखियापोखरी में 150 मिमी, कैनिंग में 100 मिमी, डायमंड हार्बर में 90 मिमी और पुरुलिया में 80 मिमी बारिश हुई। इस दौरान राजधानी कोलकाता में 37 मिमी बारिश हुई। मौसम विभाग ने दार्जिलिंग और कलिम्पोंग के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की चेतावनी दी है।