बुरहानपुर में स्वतंत्रता का स्मारक चार दीवारी में कैंद
बुरहानपुर में स्वतंत्रता का स्मारक चार दीवारी में कैंद
बुरहानपुर में स्वतंत्रता का स्मारक चार दीवारी में कैंद
बुरहानपुर 10 अगस्त।मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में स्वाधीनता के अमृत महोत्सव पर स्थानीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का स्मारक चार दिवारी के पीछे होकर गुमनामी मे खो गया है।स्थानीय जनपद पंचायत कार्यालय परिसर में जनपद पंचायत के अधीन करीब 7 फुट ऊचे स्मारक से अंजान जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी नीलम रायकवार का कहना है कि उनकी जानकारी में नही है कि कार्यालय के इस हिस्सें में कोई स्मारक है। अमृत महोत्सव वर्ष में इसकी उपेक्षा को लेकर पूछे जाने पर रायकवार ने कहा कि जनपद पंचायत के पास ना तो इसके उन्न्यन का कोई प्रस्ताव लंबित है और इसको लेकर कोई कार्ययोजना प्रस्तावित है। स्वाधीनता के रजत जयंती वर्ष पर केंद्र-राज्य सरकार ने यह स्मारक का निर्माण करवाकर इस पर 16 स्थानीय स्वतंत्रता सेनानियों के नाम अंकित कर उन्हे सम्मानित किया गया था।वर्ष 1972-73 में हुए आयोजन में तत्कालीन विधायक ठाकुर शि वकुमारसिंह ने इन सेनानियों को 500-500 रूपए की सम्मान निधि देने की घोषणा की थी। सेनानियों ने इसे ना लेते हुए राशि को सरकारी कोष मे दे दिया था। नेहरू प्रतिमा चौराहा पर विकासखंड कार्यालय परिसर मे बनाया गया यह स्मारक तार फेंसिंग मे होने से पहले चारों और से नजर आता रहा। आपातकाल में हुए आंदोलन में यह कार्यालय को जला दिया गया था। तब भी यह स्मारक यथावत रहा। एक दशक पूर्व जनपद पंचायत ने इसके आगे की और चारदिवारी का निर्माण कर इसे जनता की नजरों से औझल कर बुरहानपुर की नजरों मे इसे भूला दिया। स्मारक परिसर में वर्षो तक पंजीयन कार्यालय व विकासखंड कार्यालय संचालित हुए ।परंतु शासन-प्रशासन का ध्यान स्मारक की उपेक्षा पर नही गया। गत एक वर्ष से यहा प्रेस कार्यालय लगा रहा था।पिछले महीने से यहा अनुविभागीय राजस्व कार्यालय लगा रहा है1सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद चिराग अंसारी का कहना कि वर्षो से यह चारदिवारी के पीछे होने से युवा पीढी को तो इसकी जानकारी तक नही है और समाज भी इसे भूल गया है1 अमृत महोत्सव पर इस और प्रशासन को ध्यान देना चाहिए।