डीएम हत्याकांड के दोषी आनंद मोहन का रिहाई पर किया गया स्वागत, विरोध भी हुआ
बिहार के बाहुबली और पूर्व सांसद पूर्व सांसद आनंद मोहन गुरूवार को 16 साल बाद जेल से रिहा हो गए। गुरुवार सुबह 5 बजे ही उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया। बताया जा रहा है कि भीड़ जमा होने की आशंका को देखते हुए सुबह उनकी रिहाई कर दी गई। इससे पहले रात में ही सारी कागजी प्रक्रिया पूरी कर दी गई थी। डीएम जी कृष्णैया की हत्या के केस में उन्हें उम्रकैद की सजा हुई थी। 16 साल बाद उनकी रिहाई हुई है। उनकी रिहाई के बाद आनंद मोहन का उनके समर्थकों ने स्वागत किया, रोड शो निकला, जिसमें 500 गाड़ियों के शामिल होने का दावा किया जा रहा है।
दरअसल, बुधवार को आनंद मोहन ने 15 दिन की पैरोल खत्म होने के बाद सहरसा कारा में सरेंडर किया। पैरोल सरेंडर होते ही जेल में रिहाई की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। जिसके बाद आज अहले सुबह इन्हें जेल से रिहा कर दिया गया। वहीं, बाहुबली आनंद की रिहाई को भव्य बनाने की तैयारी है। जेल से बाहर निकलने के बाद वे 15 से 20 किमी तक रोड शो भी करेंगे। वहीं, रिहाई के बाद आनंद मोहन के सक्रिय राजनीति में जाने की अटकलें हैं। कोसी क्षेत्र में उनका खासा प्रभाव है। इसी के चलते उनकी जेल से रिहाई को बड़े जश्न के रूप में तब्दील किया जा रहा है। लेकिन आनंद की रिहाई पर मनाये जा रहे इस स्वागत का विरोध भी हो रहा है। विरोधी इसके लिए नीतीश कुमार सरकार को दोषी ठहरा रहे हैं।
आनंद मोहन रिहाई के दिन अपने समर्थकों को जुटाकर शक्ति प्रदर्शन करने जा रहे हैं। इसके संकेत हैं कि वे आगामी चुनावों में बड़े फैक्टर साबित हो सकते हैं। उन्होंने अभी तक अपने राजनीतिक पत्ते नहीं खोले हैं, लेकिन इसके बाबजूद उनके महागठबंधन में शामिल होने के पूरे कयास लगाए जा रहे हैं। इधर, अपनी रिहाई के बाद आनंद मोहन सबसे पहले नगरपालिका चौक स्थित अपने कार्यालय जाएंगे। यहां फ्रेंड्स ऑफ आनंद की तरफ से उन्हें सम्मानित किया जाएगा। इसके बाद उनका काफिला पैतृक गांव पंचगछिया की ओर बढ़ेगा। इस दौरान जगह-जगह उनके स्वागत की तैयारी की गई है। जानकारी के मुताबिक, इसमें महागठबंधन के बड़े नेता भी शामिल हो सकते हैं। चर्चा जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के भी पहुंचने की भी है। इस रैली के बाद वे वापस पटना लौट जाएंगे।