इसलिए सामने आने से डर रहे हैं पी चिदंबरम, पीछे पड़ी है सीबीआई
कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम आजकल INX मीडिया मामले के चलते परेशानी में हैं। हालाँकि 73 साल की उम्र में चिदम्बरम अब जेल जाने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने हाई कोर्ट में अंतरिम ज़मानत के लिए अर्ज़ी दायर की थी जिसे ख़ारिज कर दिया गया। इसके बाद से चिदंबरम लापता हैं। हालाँकि ईडी और सीबीआई उनकी गिरफ्तारी को तैयार है।
चिदंबरम ने हाई कोर्ट से झटका लगने के बाद सुप्रीम कोर्ट का रुख अपनाने की फिराक में हैं। मंगलवार को हाई कोर्ट जस्टिस एनवी रमण से फैसला आने के बाद उन्होंने कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी और सलमान खुर्शीद से मुलाकात की और आगे की रणनीति पर विचार किया। उन्होंने अदालत से जल्द सुनवाई का जिक्र किया जिसके लिए अदालत ने मना कर दिया। इसके बाद सीबीआई उन्हें हिरासत में लेने पहुंची तो वे रफूचक्कर हो गए। उनका फ़ोन भी स्विच ऑफ बताया जा रहा है। बुधवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय भी उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची, पर वे नहीं मिले जिसके बाद उनके घर के बाहर नोटिस चिपका दिया गया है। इस नोटिस में अगले दो घंटे के अंदर पेश होने के लिए कहा गया, लेकिन वह पेश नहीं हुए। इस बीच चिदंबरम के वकील अर्शदीप ने सीबीआई को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने चिदंबरम की याचिका पर सुनवाई के लिए 10.30 का समय तय किया है। इसलिए मैं अनुरोध करता हूं कि तबतक मेरे मुवक्किल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाए और सुबह 10.30 बजे तक इंतजार करें।
वहीं प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से चिदंबरम के लिए जारी हुए लुक आउट नोटिस पर संजय निरुपम ने सरकार पर चिदंबरम से चोर सरीखा व्यवहाह करने का आरोप लगाया है। निरुपम ने लिखा है, “पी. चिदंबरम के लिए लुक आउट नोटिस! यह थोड़ा ज्यादा हो गया। देश के विद्वान राजनीतिज्ञ, पूर्व गृह मंत्री और वित्त मंत्री को एक चोर की तरह माना जा रहा है।’
दिल्ली हाईकोर्ट ने चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया केस में मुख्य साजिशकर्ता माना है। पी चिदंबरम के वित्त मंत्री रहते हुए कंपनी को एफडीआई क्लीयरेंस दी गई थी। सीबीआई ने अपनी जांच के दौरान कहा है कि आईएनएक्स मीडिया ने पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम की सेवाएं ली थीं। कार्ति चिदंबरम ने फॉरेन इनवेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (FIPB) का अप्रूवल पाने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया था। इस साजिश में कुछ ब्यूरोक्रैट्स, कंपनी के प्रमोटर पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी भी शामिल रहे हैं।