पूर्व सीएम हरीश रावत नहीं लड़ेंगे विधानसभा चुनाव ? जानिए
रावत समर्थकों का भी मानना है कि रावत का चुनाव लड़ने से ज्यादा बेहतर चुनाव लड़ाना होगा। रावत चुनाव में जिस भी सीट पर खड़े होंगे, भाजपा और उसकी सभी शक्तियां रावत को उसी क्षेत्र में उलझाए रखने को पूरी ताकत झोंक सकती हैं। चूंकि रावत कांग्रेस का मुख्य चेहरा है, इसलिए उनका दूसरी सीटों पर ठीक से उपयोग न हो पाएगा। चुनाव के बाद सरकार बनने की स्थिति आने पर रावत अपने लिए बाद में भी सीट खाली करवा सकते हैं। रावत के करीबी सूत्र भी इस फार्मूले की पुष्टि कर रहे हैं।हरीश रावत ने कहा कि इस वक्त मेरा लक्ष्य मुख्यमंत्री बनना नहीं बल्कि कांग्रेस को सरकार में लाना है। मेरी व्यक्तिगत आकांक्षा को पार्टी की आकांक्षा में बाधक नहीं बनने दिया जाएगा। यदि मुझे टिकट के लिए कहा भी जाएगा तो पहले तो मैं यही कहूंगा कि किसी और अवसर दे दिया जाए।उत्तराखंड की 21 साल की राजनीति में मैं अब तक नहीं समझ पाया कि मेरा विरोध क्यों है? सत्ता पक्ष और उसे इतर भी जाने क्यों नाराजगी है। जबकि मेरी प्रकृति कभी किसी को नुकसान पहुंचाने की नहीं रही। जो लोग मेरा साथ छोड़कर गए, मैंने उनके प्रति भी दुर्भावना नहीं रखी।