भारत-चीन सीमा विवाद: नई सहमति पर विदेश मंत्रालय का बयान
भारत - चीन के बीच LAC (लाइन्स ऑफ एक्चुअल कंट्रोल) पर पेट्रोलिंग को लेकर एक नई सहमति बनी है। विदेश मंत्रालय ने सोमवार को इस समझौते की जानकारी दी.
भारत-चीन LAC पर नई सहमति
नई सहमति का ऐलान
भारत – चीन के बीच LAC (लाइन्स ऑफ एक्चुअल कंट्रोल) पर पेट्रोलिंग को लेकर एक नई सहमति बनी है। विदेश मंत्रालय ने सोमवार को इस समझौते की जानकारी दी, जो कि महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले आया है। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भाग लेंगे।
समझौते के प्रमुख बिंदु
इस समझौते का मुख्य फोकस देपसांग और डेमचोक क्षेत्रों में पेट्रोलिंग को लेकर है। ये दोनों क्षेत्र लंबे समय से विवाद का विषय रहे हैं और इन जगहों पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच तनाव देखा गया है।
पेट्रोलिंग का आरंभ
सूत्रों के अनुसार, देपसांग और डेमचोक क्षेत्रों में पेट्रोलिंग गतिविधियाँ पहले से ही शुरू हो चुकी हैं। यह भारत और चीन दोनों के लिए एक सकारात्मक संकेत है, जिससे समझा जा सकता है कि दोनों पक्ष अपने सैनिकों की तैनाती को कम करने के लिए सहमत हैं।
डिसइंगेजमेंट प्रक्रिया
इस समझौते के तहत, दोनों देश जल्द ही अपने सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया शुरू करेंगे, जिसे मिलिट्री टर्म में “डिसइंगेजमेंट” कहा जाता है। यह कदम सीमा पर शांति और स्थिरता स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
आगामी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन
यह सहमति ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले आई है, जो भारत और चीन के बीच संबंधों में सुधार की संभावनाओं को उजागर करती है। इस सम्मेलन में दोनों देशों के नेताओं के बीच बातचीत से विभिन्न मुद्दों पर सहमति बनने की उम्मीद की जा रही है।
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भारत-चीन के बीच LAC पर पेट्रोलिंग को लेकर बनी नई सहमति दोनों देशों के लिए एक महत्वपूर्ण विकास है। यह समझौता न केवल सीमा पर तनाव को कम करेगा, बल्कि दोनों देशों के बीच संवाद और सहयोग की संभावनाओं को भी बढ़ाएगा। अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि आगामी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में दोनों नेता इस दिशा में क्या कदम उठाते हैं।