Mahindra के बाद Ford भारत में फिर ढूंढ रहा नया पार्टनर, Citroen से चल रही बातचीत!
Mahindra के बाद Ford भारत में फिर ढूंढ रहा नया पार्टनर
अमेरिकी वाहन निर्माता कंपनी फोर्ड ने इसी साल भारत में महिंद्रा से पार्टनरशिप तोड़ दी थी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अब कंपनी भारत में एक नए पार्टनर की तलाश कर रही है और इसके लिए फोर्ड सिट्रोएन इंडिया से बातचीत कर रही है।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। फोर्ड और महिंद्रा ने इस साल की शुरुआत में की घोषणा की थी कि वो भारत में अपनी पार्टनरशिप का अंत कर रहे हैं। जानकारी के लिए बता दें अमेरिकी वाहन निर्माता अपने सबसे खराब दौर से गुजर रहा है, क्योंकि कंपनी की घरेलू बिक्री में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। निकट भविष्य में बिक्री बढ़ने की संभावना नहीं है, क्योंकि फोर्ड की भारत में नए निवेश करने को लेकर फिलहाल कोई योजना नहीं है।
FADA (फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन) के अनुसार, फोर्ड इंडिया ने जून में 2,790 यूनिट्स की बिक्री की, जबकि पिछले साल इसी महीने कंपनी ने 2,872 यूनिट्स की बिक्री की थी। फोर्ड ने मई और अप्रैल 2021 में क्रमशः 1,671 यूनिट्स और 4,214 यूनिट्स की बिक्री की है। ब्रांड के सबसे ज्यादा बिकने वाले मॉडल, फोर्ड इकोस्पोर्ट की बिक्री में भी काफी गिरावट आई है। कंपनी की बाजार में हिस्सेदारी अब पहले के 3 प्रतिशत से घटकर 2 प्रतिशत तक रह गई है।
एक नई मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि फोर्ड मोटर कंपनी भारत में नए पार्टनर की तलाश कर रही है। कंपनी भारत में अपने एक प्रोडक्शन प्लांट में कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग के लिए पार्टनरशिप पर भी विचार कर रही है। कंपनी कथित तौर पर सिट्रोएन इंडिया सहित कई वाहन निर्माताओं के साथ बातचीत कर रही है, सिट्रोएन वर्तमान में तमिलनाडु के तिरुवल्लूर में अपने प्लांट में C5 एयरक्रॉस को असेंबल करती है। डेवलपमेंट के करीब एक सोर्स ने मीडिया को बताया कि फोर्ड पहले एमजी मोटर के साथ बातचीत कर रही थी, लेकिन वह सुलभ नहीं हो पाई और अब कंपनी अनुबंध निर्माण के लिए सिट्रोएन इंडिया के साथ बातचीत कर रही है।
फोर्ड इंडिया वर्तमान में दो प्लांट्स में इंजन बनाती और असेंबल करती है, एक चेन्नई और दूसरा सानंद, गुजरात में स्थित है। चेन्नई प्लांट सालाना उत्पादन 2 लाख कारों और 3.40 लाख इंजनों का प्रोडक्शन करने में सक्षम है, यह प्लांट वर्तमान में इकोस्पोर्ट और एंडेवर का निर्माण करता है। दूसरी ओर, फोर्ड के सानंद वाले प्लांट की वार्षिक उत्पादन क्षमता 2.40 लाख वाहनों और 2.70 लाख इंजनों की है। फोर्ड वर्तमान में अपने गुजरात स्थित विनिर्माण यूनिट में एस्पायर और फिगो हैचबैक का प्रोडक्शन करती है।